गौरव सक्सेना का जन्म 11 दिसंबर 1986 को विदिशा जिले के बासोदा नगर में हुआ था उनके पिता का नाम श्री श्याम सुन्दर सक्सेना और माता का नाम श्रीमती द्रोपदी बाई सक्सेना हैं ये कुल 6 भाई बहन हैं इनसे बड़ी तीन बहन हैं जिनके नाम रजनी, हेमलता, अनीता हैं गौरव सक्सेना से छोटी एक बहन और भाई हैं जिनके नाम क्रमशः गरिमा और सौरव हैं

शिक्षा : गौरव सक्सेना की शिक्षा नटेरन के शासकीय स्कूल में कक्षा एक से बारहवीं तक पढ़ाई हुई उसके बधाई स्नातक करने के लिए बासोदा के संजय गाँधी स्मृति कॉलेज में सन 2004 प्रवेश लिया और 2007 में ग्रेजुएशन पूरा किया उसके बाद विदिशा के जैन कॉलेज से प्राइवेट पढ़ाई करते हुए 2008 में समाजशास्त्र विषय एमए की पढ़ाई की और 2009 में समाजशास्त्र से एमए पूरी कर ली उसके बाद एजुकेशन विषय से इलाहबाद विश्वविद्यालय से 87%से एमए की पढ़ाई पूरी की छात्र जीवन में ही गौरव सक्सेना स्काउट गाइड से जुड़े जहाँ 2001 में उन्होंने रायपुर में राष्ट्रीय स्काउट गाइड जम्बूरी केम्प में भाग लिया फिर अखिल भारतीय विधार्थी परिषद से जुड़े जिसमे स्कूल सयोंजक तहसील सयोंजक समेत कई पद मिले और 2008 हरदा के प्रांतीय अधिवेशन में प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य बने 2009में उज्जैन में अखिल भारतीय विधार्थी परिषद का प्रांतीय अधिवेशन हुआ जिसमे फिर से गौरव सक्सेना को प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया इस दौरान गौरव सक्सेना को विधार्थी परिसद का हर बड़ा नेता जानने लगा था और पूरे विदिशा जिले में छात्र नेता के रूप में अच्छी पकड़ हो गई थी 2010 में विद्यार्थी परिषद के बाद नेहरू युवा केंद्र विदिशा के नटेरन के प्रभारी बने जिसमे इन्होने कई खेल गतिविधि, सांस्कृतिक कार्यक्रम,श्रमदान कार्यक्रम करवाए इसी दौरान अपने अच्छे सामाजिक कार्यक्रम करने के कारण इस समय कई कांग्रेस सरकार ने सन 2011 में उन्हें इण्डिया चाइना यूथ डेलिगेशन का सदस्य बनाया और चाइना भेजा जहाँ उन्होंने सभी सदस्यो के साथ चीन के बीजिंग, शंघाई, नेंजिंग शहर के साथ the great hall of china, the great wall of china, forbidden city प्रमुखता से देखा और चीन कई संस्कृति को नजदीकी से जाना