शेषनाग जनता दरबार
शेषनाग जनता दरबार 5 अप्रैल 2024 से सदस्य हैं
शेषनाग जनता दरबार - महाराज जी का संदेश
- आनन्द व सुखमय जीवन जीने के लिए अच्छी संगत एवं संस्कारों के साथ प्रेम को अपनाते हुए स्वाभिमान के साथ जीना चाहिए
- मानव को अपने आप से प्रेम है, वैसे ही समस्त मानव के साथ प्रेम, सदभाव एवं भाईचारे के साथ जीवन को जीना चाहिए
- मानव को पशु-पक्षी, वनस्पति, पहाड़, नदियां एवं प्रकृति का प्रेम से ख्याल रखना चाहिए जिससे प्रकृति का संतुलन बना रहे
- परमात्मा को प्राप्त करने के लिए प्रेम, श्रध्दा, विश्वास एवं समर्पण का भाव अपनाने पर ही आध्यात्मिक जीवन में प्रवेश किया जा सकता है
- आध्यात्मिक जीवन में प्रवेश के उपरान्त ही सत्संग और निरन्तर ध्यान साधना के द्वारा परमात्मा का साक्षात्कार एवं दर्शन किया जा सकता है