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साल्विया डिविनोरम
संपादित करेंपरिचय
सल्विया डिविनोरम (Salvia divinorum) एक विशिष्ट पौधा है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से मैक्सिको के ओक्साका क्षेत्र की माजातेक जनजातियों द्वारा धार्मिक और आध्यात्मिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इस पौधे को माजातेक भाषा में 'हियेरबा डी लॉस डिविनोस' (देवताओं की जड़ी-बूटी) कहा जाता है, जिसका अर्थ है "दिव्य जड़ी-बूटी"। प्राचीन समय से यह पौधा माजातेक समुदाय के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है, जहां इसे आध्यात्मिक अनुभव और चिकित्सा के लिए प्रयोग किया जाता है।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
माजातेक जनजातियों के धार्मिक और सांस्कृतिक अनुष्ठानों में सल्विया डिविनोरम का विशेष स्थान है। पारंपरिक रूप से, शमां (धार्मिक नेता या पुजारी) इस पौधे का उपयोग आत्मिक अनुभव प्राप्त करने, भविष्यवाणियाँ करने और बीमारियों का निदान करने के लिए करते थे। पौधे के पत्तों को चबाया जाता था या उसे जलाकर उसका धुआं लिया जाता था, जिससे व्यक्ति एक गहरे ध्यान या ट्रांस में चला जाता था। माना जाता है कि इस स्थिति में व्यक्ति आध्यात्मिक रहस्यों और दिव्य संदेशों को समझ सकता है।
यह पौधा अक्सर तब प्रयोग किया जाता था जब अन्य पारंपरिक औषधियां और अनुष्ठान असफल होते थे। माजातेक संस्कृति में, इसे एक "पवित्र औषधि" के रूप में देखा जाता था, जो आत्मा को शुद्ध करने और समस्याओं का समाधान करने में मदद करती है। यह पौधा उन धार्मिक अनुष्ठानों का हिस्सा था, जिनका उद्देश्य आत्माओं से संपर्क साधना और भविष्य की दिशा के बारे में मार्गदर्शन प्राप्त करना था।
चिकित्सा में उपयोग
धार्मिक उद्देश्यों के अलावा, माजातेक जनजातियाँ सल्विया डिविनोरम का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में भी करती थीं। इसे मुख्य रूप से दर्द निवारण, पेट से संबंधित समस्याओं और मानसिक रोगों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता था। शमां इसे औषधि के रूप में उन लोगों को देते थे, जिन पर बुरी आत्माओं या नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव माना जाता था। इस पौधे का उपयोग माजातेक चिकित्सा में तब होता था जब अन्य उपाय असफल हो जाते थे।
समाज में स्थान
सल्विया डिविनोरम का उपयोग जनजातीय समाज के धार्मिक और सामाजिक ताने-बाने में गहराई से बंधा हुआ था। विशेष रूप से वर्षा ऋतु के दौरान इसे धार्मिक समारोहों और पर्वों में प्रयोग किया जाता था, जब माजातेक लोग इसे देवताओं को अर्पित करते थे और अच्छी फसल और समाज की समृद्धि के लिए प्रार्थना करते थे।
आधुनिक समय में उपयोग और मान्यता:
हाल के दशकों में सल्विया डिविनोरम ने पश्चिमी समाज में भी ध्यान आकर्षित किया है। हालांकि इसका उपयोग माजातेक संस्कृति के धार्मिक और आध्यात्मिक संदर्भ से बाहर निकालकर कभी-कभी मनोरंजन के उद्देश्य से किया गया है, लेकिन इसकी शक्तिशाली हैल्यूसिनोजेनिक विशेषताएं इसे एक विशेष पौधा बनाती हैं। वैज्ञानिकों ने इसके मुख्य घटक सैल्विनोरिन A का अध्ययन करना शुरू किया है, जो मस्तिष्क पर गहरे और तीव्र प्रभाव डालता है।
मैक्सिको में, यह पौधा आज भी कई स्थानों पर पारंपरिक रूप से सम्मानित किया जाता है, हालांकि आधुनिक समय में इसके उपयोग पर कुछ कानूनी और नैतिक बहसें भी होती हैं।