मेरा नाम आरुशी चौहान है। मैं १८ वर्ष की हू। मेरा जन्म २८ फरवरी १९९७ में मैंगलोर, कर्नाटका में हुआ था। बचपन से मैं बैंगलोर शहर में पली बङी हूं। मेरे परिवार में मेरे पिता, माता और बङे भाई रहते हैं। मैंने अपनी शिक्षा न्यू होराईज़न पब्लिक् स्कूल से की और अब मैं क्राईस्ट यूनिवर्सिटी में मीड़ीया स्टडीज़ पढ रही हूं। मेरे अनेक शौक हैं जैसे गाने सुनना, किताबें पढना और फिल्में देखना लेकिन मेरी सबसे पसंदिदा शौक नाचना है।
    बचपन से मैं अपने पाठशाला के अनेक कार्यक्रमों में सक्रीयता से भाग लेती आई हूं। मुझे सामाजिक विज्ञान् की ओर रुची शुरू से ही थी। मेरे परिवार का प्रभाव मेरे चरित्र में बहुत मुख्य हैं। घर मैं अनेक स्ंस्क्र्तिक और नैतिक मूल्यों के बारे में सीखा तथा स्कूल में सामान्य ज्ञान और अनेक विषयों को पढ़ा। मैं वौलीबॉल टीम की कपतान होते हुए कई टूर्नामेंट्स मे भी भाग लेती थी। 
    मेरे पिता विवेक चौहान एक होटल कम्पनी में एच आर मैनेजर की नौकरी करते हैं और मेरी मां शिलपी चौहान घर की देखबाल करती हैं परन्तु वे एक बहुत प्रतिभावन कलाकार हैं। मेरी मां मुझे बहुत प्रेरित करती हैं। मैं चाहती हूं कि एक दिन मैं भी अपनी मां जैसे समझदार, मजबूत व्य्कतित्व की सत्रि बनूं। मेरे बङे भाई २२ वर्ष के हैं। वे ज़िम्मेदार होने के अलावा मेरे मित्र समान मदद भी किया करते हैं। परिवार मेरी ज़िन्दगी का सबसे महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। 
     मेरे बहुत सारे मित्र भी हैं। वे मुझे बहुत सारी चीज़ें सिखाते हैं। हम सब साथ में पढ़ाई करते हैं और उसके अलावा खेल-कूद भी करते हैं, घूमते हैं, शोर मचाते हैं और खूब मस्ती करते हैं। दोस्तों के बिना जीवन अधूरा है खासकर कौलेज के दिनों में।