नाम- अभिषेक मिश्र पिता- परमात्मा प्रसाद मिश्र जन्म- गालापुर, जिला- सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के अत्यंत पिछड़े जिले सिद्धार्थनगर के एक छोटे से गांव गालापुर निवासी परमात्मा प्रसाद मिश्र के घर में सबसे छोटे बेटे के रूप में जन्में अभिषेक मिश्र 21 वर्ष की कम उम्र में ही देश के उभरते हुये लेखक बन गये हैं। इनके द्वारा लिखी कई उपन्यास व कहानियां देश की नामी प्रकाशनों द्वारा प्रकाशित हो चुकी हैं। इनकी लिखी किताबें अमेरिका, आस्ट्रेलिया, कनाडा, फिलीपींस आदि देशों में भी बिक रही हैं। लेखन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए कई बार अभिषेक पुरस्कृत भी किए जा चुके हैं। ये सच है की प्रतिभा के रास्ते में उम्र कभी भी बाधा उत्पन्न नहीं करती है। यदि इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो, तो वह बचपन से ही अपनी प्रतिभा के बल पर एक अलग मुकाम हासिल करने की ओर अग्रसर हो जाता है, अभिषेक मिश्र इन्हीं में से एक है, जो एक अच्छे लेखक के रूप में पूरे देश में अपनी पहचान कायम करते ही जा रहे हैं। अभिषेक इसी उम्र में ही करीब 42 कहानियां, 30 कविताएं, 2 उपन्यास, कई किताबें व 40 से अधिक लेख लिख चुके हैं। जिन्हे देश के सभी प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं ने प्रकाशित किया है। अभिषेक द्वारा लिखी रचनायें देश की नामी पत्र-पत्रिका, सरस सलिल, कादंबनी, बालहंस, नंदन, नन्हें सम्राट, छोटू-मोटू, पांचजन्य, फार्म एन फूड, सुमन सौरभ, जनशक्ति जागरण, आवाज़ दर्पण, बिंदियां, बालवाणी (उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, उत्तर प्रदेश सरकार की सरकारी पत्रिका) से छप चुकी हैं। इतना ही नहीं अभिषेक द्वारा लिखे गीतों का 12 अलबम भी मार्केट में बज रहा है। अभिषेक को लेखन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सूचना प्रोद्योगिकी एवं संचार परिषद भारत सरकार की ओर से मगहर महोत्सव में व नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा लेखकीय सम्मान से सम्मानित किया गया हैं। औऱ स्वर साधना तथा जनकल्याण समिति द्वारा भी लेखन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा दैनिक जागरण सप्तरंग द्वारा आयोजित आल इण्डिया कहानी लिखो प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार, एचटी मीडिया( हिंदुस्तान टाइम्स) द्वारा इंटरनेशनल लेवल पर आयोजित कहानी लिखो प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार व कादम्बनी द्वारा साहित्य रत्न गौरव सम्मान से भी ये नवाजे जा चुके हैं। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन भी अभिषेक के लेखन की प्रशंसा करते हुए इन्हें अपना आटोग्राफ दे चुके हैं। मंत्री, सांसद, विधायक से लेकर जिलाधिकारी, कमिश्नर व कई बड़े अधिकारियों द्वारा इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। यह कहना गलत न होगा कि छोटी उम्र में जितनी बड़ी संभावना अभिषेक अपने अंदर समेटे हुए हैं, निश्चित ही उससे उनका भविष्य उज्जवल मय होगा।