भारत के महा-पुरुष व् भारत रतन बाबा साहव डॉ. भीम राव आंबेडकर जी ने भारतीय संबिधान की नीब रखी|  आज हम सभी उनके द्वारा दिए गए इस पवित्र ग्रन्थ के माध्यम से अपना स्वतंत्र जीवन निर्वाह कर रहे है|  भाइयो हम सभी भली भाति जानते है | कि हम सभी को सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक, नैतिक समानता का अधिकार प्रदान करने में उनकी बहुत बड़ी अभूतपूर्व देंन है| उनकी हमारे देश से भेद-भाव, जाति-पाति, ऊंच-नीच को खत्म करने और समाज में सामाजिक सद्भाव लाने में अभूतपूर्व देंन है| उनकी विचारधारा सभी जाति-धर्म एवं मजहव एक साथ जोड़ने काम काम करती है| मानव-मानव से प्रेम करे बाबा साहव ने सभी को यही सिखाया था| क्योकि बाबा साहव कभी जाति-पाति में विश्वास नहीं करते थे नहीं किसी को करने देते थे| उन्होंने समाज से जातिवादी ब्यवस्था को जड़ से ख़तम करने का अथक प्रयास किया| समाज के हर कोने-कोने और देश-बिदेश में आज भी बाबा साहव को लोग मानते है और उनको हमेशा याद करते है|  परिवार की बहुत ही आर्थिक दशा खराव होने के बाबजूद भी उन्होंने अच्छा शिक्षा के पाने के लिए प्रयाश किया और अंत में सफल भी हुए| वे बहुत अच्छे विचारक व् विद्वान थे |