मैरे बारे मे संपादित करें

Caroline1831533
जन्मनाम केरोलिन
लिंग महिला
जन्म तिथि २५/१२/२०००
जन्म स्थान केरला
देश   भारत
नागरिकता भारतिय
शिक्षा तथा पेशा
पेशा विध्यार्ति
शिक्षा दिगरी १स्ट साल
विश्वविद्यालय क्राइस्ट (डीमड टू बी ) युनिवर्सिटी
उच्च माध्यामिक विद्यालय मेरीगिरी वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल
शौक, पसंद, और आस्था
शौक नाचना, गाना, खेलना
धर्म ईसाई
फेसबुक केरोलिन सेबास्टियन

मैंरा नाम केरोलिन है। मैं अठारह उम्र कि हुँ। मैं केरला से आ राहि हुँ । मैंने तीन साल भरतनाट्यम तथा कन्राटिक संगीत सीखा है । मैंने दस से भी ज़्यादा मंच कार्यक्रम किया है । मैंरे बडे भाई ने ही नृत्य मे मैंरा पेहला कदम रखाया था । तबसे लेकर अब तक नृत्य ओर संगीत मैंरे ज़िंदगी का एक अंश बन गाया है । मुझे नाचने गाने के अलावा घूमना,खाना बनाना, तैरना,स्केटिंग करना,बरफ़ मे खेलना, सहसिक कामे करणा जेसे कि पहाड चाढना, स्काइडाइविंग , जंगल मे एक दिन रात गुज़ारना इत्यादि करने का बोहत शोक है ।

शिक्षा संपादित करें

मैरे पापा सेना मे थे इसलिये मैंने अपनि पढाई कई जगाऔ मे किया है। बालवाड़ी से दुसरि कक्षा तक केंद्रीय विद्यालय,दीमापुर मे किया फिर दुसरि कक्षा से पांचवि तक केंद्रीय विद्यालय, भोपाल मे किया। छठा कक्षा से आठवि कक्षा तक केंद्रीय विद्यालय,दिल्ली मे किया। नौवि कक्षा से बारहवि कक्षा तक मेरीगिरी वरिष्ठ माध्यमिक विध्यालय मे किया है। अभी मैं क्राइस्ट विश्वविद्यालय मे पडति हुँ । मैं यहा प्रथम वषृ विध्याथ्री हुँ । मैंने संगीत,मनोविज्ञान तथा अंगरेज़ी मे ट्रिपल प्रमुख लिया हे । मुझे नाचने गाने मे बोहत शोक है इसलिए मैंने ये ढर्रा चुना है ।

मैंरे परिवार के बारे मे संपादित करें

मैंरे घर मे पापा मम्मी ओर दो भाई हे । पापा मम्मी केरला मे रहते हे ओर दोनो भाई दिल्ली मे । मैंरे पापा का नाम सेबस्टियन है ओर मम्मी का सलोमी है । साबसे बडे भाई बेस्टो डाक्टर हे ओर दुसरा भाई बेसिल इंजीनियर हे साथ मे ही वो सिविल सेवा कोचिंग भी कर रहा हे । पापा सेना मे थे पर अभी रिटायर हो गए। अभी एक खेल विध्यापीठ के प्रबंधक ओर हमारे चच्र के सचिव है । मम्मी सी बी ए सी विध्यालय कि अध्यापिका है । मैंने भी उसी विध्यालय से अपनी माध्यमिक शिक्षा पुरी कि है । जब मैं इस विश्वविद्यालय मे पढने अई तो साबने कहा कि ये ढर्रा ले कर कोइ काम नही होगा पर मैंरे पापा मम्मी मैंरे साथ हमेशा हे इसलिए मैं आभी यहा खडी हुँ । वो हमेशा मुझे समथ्रन करते रहते है । उनके बिना मैं कुछ भी नही हुँ । मैंने दसवि कक्षा मे अच्छे अंक मिलने पर भी विज्ञान लेने के अलावा मानविकी लिया तभी लोगों ने एसा कहा था । मैंरे पापा मम्मी के समथ्रन के साथ ही मुझे ये सब लेने का ताक़त मिला है । मुझे मनोविज्ञान प्राध्यापक बनने का बोहत शोक है । ये ढर्रा लेने का ये भी एक कारण है ।

व्यक्तिगत जानकारी संपादित करें

जब मैंरे पापा सेना मे थे तब मैं बोहत सारे जगह घूमी ओर कई तरह के लोग तथा कई तरह के संस्कृतियो के बारे मे ज्ञान पा सकि । मुझे नई चिज़ो के बारे मे पडने मे बोहत शोक हे । मुझे कोरिअन भाषा तथा लोगो के बारे मे पढने का भी बोहत शोक है इसलिए मैं अभी उनकि नाटक देखति हुँ । मुझे बोहत खुशी हुई जब मुझे पता चला कि मैंरी संगीत पढाने वालि अध्यापिका कोरिआ से है । मुझे पेरिस तथा कोरिआ जानेका भी शोक है । अगर मैंरे स्वभाव के बारे मे बतऊ तो मैं जल्दि सबसे दोस्ती कर लेति हुँ , पर सबको देखने से ही विशवास नही कर लेति । मैं पका एक भरोसेमंद लायक हुँ । मैं हमेशा मुस्कुराति रेहति हुँ ओर ये ही मैंरा सबसे सकारात्मक स्वभाव है। मैं मेहनती तथा मेहरबान हुँ । मुझे सारे काम साफ़ सुथरे से करना पसंद है । मैं दुसरो के ज़्यादा तर परेशानियओ को एक स्तर तक कम करति हुँ । मैं हंसी बाक्स के नाम से जानि जाति हुँ ।