Deepashree S
This picture was taken during my cousins naming ceremony.I love this picture
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नाम दीपाश्री एस
लिंग स्त्री
जन्म तिथि २८ अप्रेल १९९७
जन्म स्थान बेंगलुरु
निवास स्थान बेंगलुरु
देश  भारत
नागरिकता भारतीय
जातियता भारतीय
शिक्षा तथा पेशा
पेशा छात्रा
विश्वविद्यालय क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
शौक, पसंद, और आस्था
शौक नाचना, पुस्तकें पढना, गाना सुनना
धर्म हिन्दु
चलचित्र तथा प्रस्तुति ३ इडियटस, पी.के आदि
पुस्तक चेतन भगत की पुस्तकें

मेरा नाम दीपाश्री है । मेरा जन्म संन १९९७, बैग्लूर मै हुआ था । प्रस्तुथ अब मैं क्रैस्ट विष्वविध्यालय मै पढ़ रही हूँ । अब मै अठारह साल की हूँ । मेरे बारे मै बताने से पहले अपनि परिवार के बारे मै कुछ बतना चाहती हु । मेरे परिवार मै मेरे साथ मेर पिताश्री , मात्रुश्री और एक प्यारा सा छोटा भाई रहते है । मैं अपनि छोटे भाई से बहुत प्यार करती हूँ । हम एक साथ मिलकर मज़े करते है ।

         मैंने अपनी प्रथमिक शिक्षा कार्मल स्कूल से किया है । मै अपनी स्कूल के बारे मै क्या बताऊ , वह मैंने बहुत ही अच्छि शिक्षा पायी हैं । वह के अध्यापको ने मुझे अच्छ्रे संस्कार दिए है । और मैंने कही प्रतियोगिथा मे भाग ली है ।मै ने बहुत सारे मेडल जीत कर अपनी स्कूल की नम रोशन की है । और वहा से  अपनी पी.यू की पढाई  के लिये बैग्लूर के जैंन काँलेज मै धाकिला हुई । मैने बहुत सारे दोसत बनाई । मेरे कालेज के साथ बहुत सारी यादे झुडी है ।  इक बार मैंने अपनी कालेज कि ओर से दोस्तो के साथ 

"दांडेली" गैइ थी । हमने दो दिन वही रुककर बहुत सारी मस्ती की । जै से की मौन्तैन क्लैमबिंग , रिवर राफटिंग , आदि । इन सब के बाद हम ने रात को स्वादिश्ट खाना खाया । वह बहुत ही अच्चा अनुभव रह । सेकेंड पी यु मे अच्चे अंखो के साथ पास हुई ।

        अब मै बी काम कर रही हूँ । आगे जाकर "सी ए" की पढाई करना चाहती हू । वही मेरा लक्क्ष है और मुझे पूर उम्मीद है की मेरी ज़िन्दगी मे कुच बनकर दिकाऊगी । बचपन से अपनी पिताजी को आदर्श मानकर अपनी ज़िदगिका हर फैसले को सोच समज कर लिया है । और मै यह मानती हू कि ज़िन्दगी मे जीत हमेशा हमारी कदम नही चुबती, हमे मेहनत करनी चाहिए आलसि होने से कुच नही होता । इसलिए मै हमेशा मेहनत कर के मीठे पल का इनतज़ार करती हू । जब बि मुजे मुफ्त का समय मिल जाते तो 

किताबे पढ लेती हू या फिर दूरदर्शन देखती हू । अंत मे मै यह केहना चाहती हू कि यही मेरा जिंदगी है और आज तक मैंने जोभी गलतिया किये है उसे सुदारना चाहती हू ।