"कवीर पंथ"

कवीर पंथ का संस्थापक स्वयं सद्गुरु कवीर और इनके परम शिष्य धनी धर्मदास जी हैं। लगभग फसली सन् ९३५ के आस-पास में बांधवगढ़ या गढबांधव में इस पंथ का स्थापना हुआ था। 'अनुराग सागर' और 'पाँजी पंथ प्रकाश' वर्तमान कवीर पंथ का मूल व प्रमानिक ग्रंथ है।

शुभ रात्रि।