प्रबंधकों ने हिन्दी विकीपीडिया को कलंकित किया है और विकीपीडिया का मुंह काला किया है संपादित करें

चोर प्रबंधक राजीव मास ने दिसम्बर २००७ से डॉ॰ रवि जैन नाम का डमी खाता खोलकर कई सदस्यों को तंग करना शुरु किया. चोर प्रबंधक राजीव मास ने प्रबंधक के टूल्स का मिसयूज किया ओर हिन्दी विकीपीडिया का मुंह काला किया है।

पूरा विवरण कई जगह तथा चौपाल पर रखा गया था। इस चोर प्रबंधक राजीव मास को प्रबंधक पूर्णिमा वर्मन ने पूरा सहयोग दिया. जानबूझकर चोर प्रबंधक राजीव मास को सहयोग देकर सदस्यों का खाता ब्लॉक करना तथा विकीपीडिया के लेखों को अपनी मरजी मुताविक सुरक्षित किया तथा चोर प्रबंधक राजीव मास के कुकर्म छिपाने के लिए कोशिश की।

भांडा फ़ूट जाने के बाद प्रबंधक पुर्णीमा वर्मन तथा अन्य सहयोगियों ने चोर प्रबंधक राजीव मास को बचाने की पूरी कोशिस की। हिन्दी विकीपीडिया को कलंकित किया अतः चोर समर्थक सब चोर ही होते हैं।

अब रचनात्मक विचारों के लिए उन सब चोरों के बारे में सोचना चाहिए कि क्या करना चाहीये? प्रबंधक राजीव मास, पुर्णीमा वर्मन, मनीश वशिष्ठ, मीतुल और सुमीत सिन्हा सबने मिलकर पहले रचनात्मक कार्रवाई नहीं की जिस्की वजह से चोर प्रबंधक राजीव मास को कुकर्म करनेका अधिकार मिल गया. अब वे सब रचनात्मक कार्य की सलाह दे सकते हैं क्या?

प्रबंधकों ने हिन्दी विकीपीडिया को कलंकित किया है और विकीपीडिया का मुंह काला किया है संपादित करें