Hamsaveena D
लिंग महिला
जन्म तिथि ४ जुलै २०००
जन्म स्थान बॉंगलोर
निवास स्थान कर्नतक
देश  भारत
नागरिकता भारतिय
शिक्षा तथा पेशा
पेशा छात्र
महाविद्यालय क्वीन्स स्कूल ऑफ़ डिज़ाइन
विश्वविद्यालय क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
उच्च माध्यामिक विद्यालय सेंट जोसेफ सेंट्रल स्कूल


परिचय

मेरा नाम हम्सा है। मेरा जनम भारत के कर्नाटक में बॉंगलोर में ४ जुलाइ सन २००० में हुआ था। मैं अभि १९ साल कि हूँ। मैं अपनि माँ कि इक्लौती बेटी हूँ। मैं बॉंगलोर कि निवासि हूँ। मेरी माँ का नाम दाक्षायनी है। वह मैसूर में एक निजी फर्म में एक प्रबंधक हैं। ३ साल के उम्र में मेर नाम बदला गया था। मेरा नाम हम्सवीणा डी से बदल कर हिमाश्री डी रख दिया था। जब मैं १० साल कि हुइ थब मेरा नाम दुबारा बदल कर हम्सवीणा डी बना दिया। मैं ५ भाषाओं में बात कर सक्ती हुँ, वह हैं हिन्दी, अंग्रेजी, तमिल, कन्नड ओर जरमन।

शिक्षा

मेरी शिक्षा करनाटक के कई जगहो में हुई है। मेरी बालवाड़ी करनाटक के तुमकूरू में हुआ था। कम बालवाड़ी से लेकर ४वी तक तमिल नादडू के होसूर में हुआ था। ५वी से लेकर १२वी तक की पढ़ाई मैंने करनाटक के मैसूरू में खथम किया। १२वी के बाद मैंने एक साल का अंतरा लेकर आंतरिक डिजाइन में एडवांस्ड डिप्लोमा का कोर्स किया। मैं अपनी स्नातकोत्तर की पढ़ाई जर्मनी में करना चाहती हूँ, इसिलिए मैंने जर्मन का लेवेल 'ए' उस साल के आंतरिक में खथम किया। अभी मैं क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बॉंगलोर में भौतिकी, गणित, इलेक्ट्रॉनिक्स में बैचलर्स की दिग्री पाने केलिये पढ़ाई कर रही हूँ।

टीवीएस स्कूल, तुमकूरू (२००३ - २००४)

एयरफोर्स स्कूल, जलाहल्ली, बॉंगलोर (२००४ - २००५)

द टाइटन स्कूल, होसूर (२००५ -२०१०)

एक्सेल पब्लिक स्कूल, मैसूरू (२०१० - २०१६)

सेंट जोसेफ सेंट्रल स्कूल, मैसूरू (२०१६ - २०१८)

क्वींस स्कूल ऑफ डिजाइन, मैसूरू (२०१८ - २०१९)

क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बॉंगलोर (२०१९-२०२२)

उपलब्धियाँ

मैंने स्कूल में खेल और सह-पाठयक्रम गतिविधियों के क्षेत्र में, खेल में एथलेटिक्स (लंबी दूरी की रनिंग)(८००म-पेहला स्थान,४००-दूसरा स्थान),

ग्रुप गेम्स (बास्केटबॉल, थ्रो बॉल, डॉज बॉल, रिले) और

शतरंज(दूसरा स्थान) और सह-पाठकीय नृत्य में कई प्रमाण पत्र अर्जित किए।

गायन (दूसरा स्थान), वाद-विवाद (हिंदी और अंग्रेजी दोनों में)(हिन्दी-पेहला,अंग्रेजी-तीसरा स्थान),

हिंदी विचलन(तीसरा स्थान), प्रश्नोत्तरी (पेहला स्थान) और आग से खाना बनाना (पेहला स्थान)।

मुझे आईटी में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए इंफोसिस द्वारा चुनी गयी थी।

मैंने हिमालय में १०,००० फीट की ऊंचाई वाले ४ बार ट्रेकिंग की है।

मैं मैसूर और कूर्ग और मैसूर और मांड्या शहरों के बीच लंबी दूरी (50-100 किमी) की साइकिल सवारी का हिस्सा रही हूँ।

मैंने ट्रिनिटी कॉलेज, लंदन से पियानो (सिद्धांत और व्यावहारिक) में 4 ग्रेड समाप्त किए।

मैं कार्यशालाओं में गयी और पेशेवरों द्वारा हवाई रेशम, शहरी हिपहॉप और बेली डांस में प्रशिक्षित की गयी।

१७ साल कि उमर में मैंने एक सह-पायलट के रूप में एक बीप्लैन को उड़ाया।

मैंने कॉलेज में सप्ताह भर चलने वाले फैशन इवेंट में ओवर ऑल परफॉर्मर अवार्ड जीता।

समाज सेवा

मैंने एक विकलांग बच्चे के लिए उसकी 10वी बोर्ड परीक्षा को एक मुंशी के रूप में लिखा था।

१६ साल कि उमर में मुझे मेरा हॉम लाइसेंस मिला।

शौक

मुझे बचपन से हि नृत्य और संगीत का बहुत शोक था। मैने ४ साल भरतनाट्यम सीखा था। होसूर से मैसूर जाने के कारन मैं उसे पुरा नहीं सीख पाई। मैसूर में मैने एक साल कथक सीखा था।मैने ८ साल करनटिचक संगीत सीखा। मुझे कला और शिल्प में रुची है। मैने मिट्टी के बर्तन और बांस कि बुनाई करना स्कूल में सीखा है। मौझे लिखने का शोक है, मैने हिन्दी, अंग्रेजी ओर कन्नडा में कवितयें और कहानियाँ लिखि हैं। उन्मे से कुच मेरे स्कुल के मगजीन में भी छ्पे हैं। इनके अलावा मुझे खेल में बहुत रुची है जैसे तैरना(३ स्ट्रोक कर सक्ती हुँ), साइकिल चलाना अछा कगता है, साल में २-३ बार ट्रेकिंग करती हुँ।

लक्ष्य

मैं अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन के रूप में जीवभौतिकी का अध्ययन करना चाहता हूँ।

On Sat, Feb 15, 2020 at 6:24 PM HAMSAVEENA D 1940346 <hamsaveena.d@science.christuniversity.in> wrote:

Hamsaveena D
लिंग महिला
जन्म तिथि ४ जुलै २०००
जन्म स्थान बॉंगलोर
निवास स्थान कर्नतक
देश  भारत
नागरिकता भारतिय
शिक्षा तथा पेशा
पेशा छात्र
महाविद्यालय क्वीन्स स्कूल ऑफ़ डिज़ाइन
विश्वविद्यालय क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
उच्च माध्यामिक विद्यालय सेंट जोसेफ सेंट्रल स्कूल


परिचय

मेरा नाम हम्सा है। मैं , मेरा जनम भारत के करनातटक में बॉंगलोर में ४ जुलाइ सन २००० में हुआ था। मैं अभि १९ साल कि हूँ। मैं अपनि मा कि इक्लौती बेटी हूँ। मैं बॉंगलोर कि निवासि हूँ। मेरी मा का नाम दाक्षायनी है। वह मैसूर में एक निजी फर्म में एक प्रबंधक हैं। ३ साल के उम्र में मेर नाम बदला गया था। मेरा नाम हम्सवीणा डी से बदल कर हिमाश्री डी रख दिया था। जब मैं १० साल कि हुइ थब मेरा नाम दुबारा बदल कर हम्सवीणा डी बना दिया। मैं ५ भाषाओं में बात कर सक्ती हुँ, वह हैं हिन्दी, अंग्रेजी, तमिल, कन्नड ओर जरमन।

शिक्षा

मेरी शिक्षा करनाटक के कई जगहो में हुई है। मेरी बालवाड़ी करनाटक के तुमकूरू में हुआ था। कम बालवाड़ी से लेकर ४वी तक तमिल नादडू के होसूर में हुआ था। ५वी से लेकर १२वी तक की पढ़ाई मैंने करनाटक के मैसूरू में खथम किया। १२वी के बाद मैंने एक साल का अंतरा लेकर आंतरिक डिजाइन में एडवांस्ड डिप्लोमा का कोर्स किया। मैं अपनी स्नातकोत्तर की पढ़ाई जर्मनी में करना चाहती हूँ, इसिलिए मैंने जर्मन का लेवेल 'ए' उस साल के आंतरिक में खथम किया। अभी मैं क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बॉंगलोर में भौतिकी, गणित, इलेक्ट्रॉनिक्स में बैचलर्स की दिग्री पाने केलिये पढ़ाई कर रही हूँ।

टीवीएस स्कूल, तुमकूरू (२००३ - २००४)

एयरफोर्स स्कूल, जलाहल्ली, बॉंगलोर (२००४ - २००५)

द टाइटन स्कूल, होसूर (२००५ - २

एक्सेल पब्लिक स्कूल, मैसूरू (२०१० - २०१६)

सेंट जोसेफ सेंट्रल स्कूल, मैसूरू (२०१६ - २०१८)

क्वींस स्कूल ऑफ डिजाइन, मैसूरू (२०१८ - २०१९)

क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बॉंगलोर (२०१९-२०२२)

उपलब्धियाँ

मैंने स्कूल में खेल और सह-पाठयक्रम गतिविधियों के क्षेत्र में, खेल में एथलेटिक्स (लंबी दूरी की रनिंग)(८००म-पेहला स्थान,४००-दूसरा स्थान),

ग्रुप गेम्स (बास्केटबॉल, थ्रो बॉल, डॉज बॉल, रिले) और

शतरंज(दूसरा स्थान) और सह-पाठकीय नृत्य में कई प्रमाण पत्र अर्जित किए।

गायन (दूसरा स्थान), वाद-विवाद (हिंदी और अंग्रेजी दोनों में)(हिन्दी-पेहला,अंग्रेजी-तीसरा स्थान),

हिंदी विचलन(तीसरा स्थान), प्रश्नोत्तरी (पेहला स्थान) और आग से खाना बनाना (पेहला स्थान)।

मुझे आईटी में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए इंफोसिस द्वारा चुनी गयी थी।

मैंने हिमालय में १०,००० फीट की ऊंचाई वाले ४ बार ट्रेकिंग की है।

मैं मैसूर और कूर्ग और मैसूर और मांड्या शहरों के बीच लंबी दूरी (50-100 किमी) की साइकिल सवारी का हिस्सा रही हूँ।

मैंने ट्रिनिटी कॉलेज, लंदन से पियानो (सिद्धांत और व्यावहारिक) में 4 ग्रेड समाप्त किए।

मैं कार्यशालाओं में गयी और पेशेवरों द्वारा हवाई रेशम, शहरी हिपहॉप और बेली डांस में प्रशिक्षित की गयी।

१७ साल कि उमर में मैंने एक सह-पायलट के रूप में एक बीप्लैन को उड़ाया।

मैंने कॉलेज में सप्ताह भर चलने वाले फैशन इवेंट में ओवर ऑल परफॉर्मर अवार्ड जीता।

समाज सेवा

मैंने एक विकलांग बच्चे के लिए उसकी 10वी बोर्ड परीक्षा को एक मुंशी के रूप में लिखा था।

१६ साल कि उमर में मुझे मेरा हॉम लाइसेंस मिला।

शौक

मुझे बचपन से हि नृत्य और संगीत का बहुत शोक था। मैने ४ साल भरतनाट्यम सीखा था। होसूर से मैसूर जाने के कारन मैं उसे पुरा नहीं सीख पाई। मैसूर में मैने एक साल कथक सीखा था।

मैने ८ साल करनटिचक संगीत सीखा। मुझे कला और शिल्प में रुची है। मैने मिट्टी के बर्तन और बांस कि बुनाई करना स्कूल में सीखा है। मौझे लिखने का शोक है, मैने हिन्दी, अंग्रेजी ओर कन्नडा में कवितयें और कहानियाँ लिखि हैं। उन्मे से कुच मेरे स्कुल के मगजीन में भी छ्पे हैं। इनके अलावा मुझे खेल में बहुत रुची है जैसे तैरना(३ स्ट्रोक कर सक्ती हुँ), साइकिल चलाना अछा कगता है, साल में २-३ बार ट्रेकिंग करती हुँ।

लक्ष्य

मैं अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन के रूप में जीवभौतिकी का अध्ययन करना चाहता हूँ।