Harsharya45
नाम | हर्ष् राज आर्य |
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जन्मनाम | चीकू |
लिंग | पुरुष |
जन्म तिथि | २८-१२-२००२ |
जन्म स्थान | बिहार |
निवास स्थान | बिहार |
देश | भारत |
नागरिकता | भारतीय |
शिक्षा तथा पेशा | |
पेशा | विद्यार्थी |
शिक्षा | बैचलर ऑफ़ साइंस |
महाविद्यालय | क्राइस्ट यूनिवर्सिटी |
विश्वविद्यालय | क्राइस्ट यूनिवर्सिटी |
उच्च माध्यामिक विद्यालय | सैन्त फ्रान्सिस कॉलेज |
शौक, पसंद, और आस्था | |
शौक | गिटार बजाना, नोवेल्स पढ़ना, स्पोर्ट्स खेलना, योगा |
धर्म | हिन्दु |
रुचियाँ | |
क्रिकेट, संगीत |
मेरा नाम हर्ष राज आर्य है। मैं एक स्व-चालित और स्व-प्रोत्साहित विद्यार्थी हूँ। मेरे पिता का नाम निशि कांत आर्य है और मेरी माता का नाम शिवानी आर्य है। मेरे पिता एक सरकारी सेवक है और मेरी माता एक गृहणी है। मेरे एक भाई भी है जिसका नाम कृष्ण कांत आर्य है। मै बचपन से ही अपने माता पिता के साथ बहुत कम रहा हु जिस कारण मै किसी भी तनावपूर्ण स्थिति में बेहतर प्रदर्शन करने में हमेशा सफल होता हूँ। मै बैंगलोर के क्राइस्ट यूनिवर्सिटी में बैचलर ऑफ़ साइंस पढ़ रहा हूँ। मै अपने यूनिवर्सिटी का होनहार छात्र हूँ। मैंने बहुत से खेल प्रत्योगितयों में भाग लिया है और अबल आया हूँ। मेरा सबसे प्रिये खेल क्रिकेट है और मै अपना व्यवसाय इसी खेल में बनाना चाहता हूँ।मै एक अच्छा क्रिकेट खिलाडी हूँ और मैंने बहुत सारे अकादमयीओं के लिए क्लब क्रिकेट भी खेला है। मै अपने यूनिवर्सिटी क्रिकेट टीम में बैटिंग अल्ल्रौन्देर की भूमिका निभाता हूँ। मेरे पिताजी का हमेशा से मुझे एक सफल क्रिकेटर बनाना सपना रहा है और तो और मेरे बड़े चाचा जिन्होंने हमेशा मेरा सहयोग किया है वो भी मुझे एक अच्छे क्रिकेटर के रूप में देखना पसंद करेंगे। क्रिकेट के अलावा मुझे संगीत और म्यूजिक में भी काफी रूचि है। मैंने बहुत सारे म्यूजिक प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया है और मेरे हिसाब से मैंने काफी अच्छा भी किया है। मेरे स्कूल में जज़्बा नामक एक सिंगिंग प्रतियोगिता हर साल हुआ करता था और मैंने तीन बार(२००९-२०१२) उसे जीता है। उसे जितने के बाद मुझे बहुत साड़ी बधाईआं मिली थी और मुझे म्यूजिक की दुनिया में आगे बढ़ने का भी सुझाव दिया गया था लेकिन मेरी रुचि ज्यादा क्रिकेट में थी इसी कारण मैंने बैंगलोर आने का सोचा और प्रोफेशनल क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा। हालांकि अभी तो मै इतना सफल नहीं हु लेकिन मै इतनी मेहनत तो कर ही रहा हूँ ताकि मै खुद को आने वाले दो सालों में एक अच्छे स्तर पर देखूं। मै सुबह जल्दी उठना पसंद करता हूँ और पास के पार्क में जाके कार्डिओ और रनिंग जैसे व्यायाम करना पसंद करता हूँ। उसके बाद कॉलेज जाके अपनी पढाई और बाकी सारे काम पूरी ईमानदारी से करता हूँ और पि ज़ि वापस आके क्रिकेट खेलने के लिए अकादमी जाता हूँ। मेरा लगभग पूरा दिन बहुत ही जल्दी कामोँ में ही निकल जाता है जिसके कारण मै ज्यादा घूम और अपने दोस्तों से जल्दी मिल नहीं पाता हूँ लेकिन जब भी मुझे रविवार या किसी छुट्टी वाले दिन समय मिलता है तो मै उसे बाकी दिनों की तरह नहीं बिताता हूँ बल्कि दोस्तों के साथ घूमने और मजे करने में भी बिताता हूँ। अपने बचे हुए बाकी काम भी मै इसी दिन करना पसदं करता हूँ। मेरा मानना है की हमें हमेशा जिंदगी को ऐसे तनाव और व्यस्त होके नहीं गुजारना चाहिए बल्कि खुसी से हस्ते गाते बिताना चाहिए। मेरे बारे में बस इतना ही क्यूंकि जब मै कुछ लिखता हूँ तो मै खुद को रोक नहीं पाता हूँ और लिखता ही जाता हूँ इसीलिए मै यहीं पे रुकना पसंद करूंगा। धन्यवाद।