Harshith bohra
नाम | हर्शिथ बोह्ररा |
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लिंग | पुरुष |
जन्म तिथि | १९ जुलाइ १९९७ |
जन्म स्थान | चेन्नई |
निवास स्थान | तमिल नाडु |
देश | भारत |
नागरिकता | भारतीय |
जातियता | भारतीय |
शिक्षा तथा पेशा | |
पेशा | छात्र |
विश्वविद्यालय | क्राइस्ट यूनिवर्सिटी |
शौक, पसंद, और आस्था | |
शौक | गाना |
धर्म | हिन्दु |
पुस्तक | गणीत |
मेरा नाम हर्शित् बोहरा है| मै २९-११-१९९६ को पैदा हुआ था | मेरे पिता का नाम किशोर कुमार है| मेरी माँ का नाम रेखा है| मेरी बहन का नाम लिकिथा है ।मै कर्नाटक राज्य कि बेल्लरी मै पैदा हुआ था |मै अपने माता पिता के बडे बेटे था ।
बचपन से ही मै बोर्डिंग् स्कुल मे पढाई कर रहा था । मेरे बचपन के दिनो को यादगार थे| मैं खेल में बहुत अच्छा था और मैं अपने स्कूल के दिनों के दौरान खेल के कप्तान था|मेरे पिता मेरे आदर्श थे और मैं सख्त नियमों की तो उसे डर ता था| मेरी मां मेरी ओर , ईमानदार , सादगी, इतनी देखभाल करती थी |हर रोज मैं मूर्ख कारणों के लिए मेरी बहन के साथ लड़ रहा था|मैं अपने चचेरे भाई बहनों और भाइयों के साथ का आनंद लिया , जहां मेरे छुट्टियों में मैं अपने नानी के घर जा रहा था|मेरा शौक क्रिकेट और शट्ल खेलने के लिए है । अपने खाली समय केदौरन मै रामायण और महाभरत् कि फिल्मे देख रहा था ।मैं कक्षा 10 वीं में मेरे स्कूल के अव्वल था । मैं प्रहसन में बहुत अच्छा था और मैने स्कूल मै अकबर और बिर्बल का नाट्क मे अकबर का पात्र किया ।मैने अपने उपादि शिक्शा के लिये भारत अत्यन्त प्रमुख एव्ं प्रसिध्द बेंगलुरु के "क्रैस्ट विशवविध्यालय" मे दाखिला हुवा हु । अपने गाव जहा अभी भी ग्रामीण सम्स्रुती और जीवन शैली है। वहा से सिदा इतना अधुनिक जीवन शैली मे परीव्र्तित होने मै थोडा कटिनाईका सामला करना पडा,किन्तु कुछ ही दिन मे गुल-मिल गया ।
मेरे स्कूल के दिनों के दौरान मैं शटल अचछा खेल रहा था गया था और तीन बार के लिए मेरे स्कूल के लिए प्रतिनिधित्व किहा था|मैं शटल खेल् में अच्छा था ही कारण सिर्फ इसलिए मेरे अच्छे कोच थे मेरे पिता थे|मेरे स्कूल के दिनों में मेरी पसंदीदा शिक्षक मेरे प्रिंसिपल साहब डॉ विश्वनाथ है ।कयु कि वो मुझे दुसरो के सात क्यसे बात करने के लिय सिकया| और मेरे कोलेच मे बहुत कुछ सिकने के लिये मिला|नये-नये दोस्तो मिले और उनके के साथ कुब माजा किया|स ब लोग मुझे प्यार से मोटा भाइ करके पुकार ते थे|कोलेज मे पडाई मे बहुत निपुण था|मैं वर्ष के सर्वश्रेष्ठ छात्र के लिए यह पुरस्कार मिला है। मैं 12 वीं कक्षा में 91.98 % निकाला था|
अभी मै क्रिस्ट कोलेज मै पड रहा हु| कोलेज बहुत अच्छा है| इस कोलेज मै सिखने के लिये बुह्त कुछ है| मै इस कोलेज के सद्स्य बनने के लिये गर्व है| मेरा उद्देश्य सनदी लेखाकार बनना चहाता हु।
अंत में मैं अपने देश का एक अच्छा नागरिक बनना चाहता हु और सबसे बड़ी हद तक अपने माता पिता की सेवा का निष्कर्ष करना चाहता हु।