Hima N.
इरविन रुडोल्फ अलेक्जेंडर श्रोडिंगर के बारे में जो लिखा है वह बहुत उचित है। साधारण लोगों की समझ में आने योग्य ही इसकी रचना की है। उनके जीवन की सभी पहलुओं पर स्पर्श करके ही इसकी रचना हुई है। वर्ष, तिथि आदि को जोडने से यह लेख बहुत सफल हुआ है। उनके आविष्कारों को बहुत सरल ललित शैली में लिखा है। यह अभिनन्दन के योग्य है। वैज्ञानिक ने जिन-जिन कार्यों में अपनी प्रतिभा दिखायी है- ये सब इनमें लिखा है। उन्होंने जिन-जिन सिद्धान्तों का आविष्कार किया है उन सबको सरल भाषा में हमें मिला है। उनको जो-जो पुरस्कार मिले हैं इनके बारे में भी सूचनायें दी हैं। इनकी सूचना एक एक करके लिखी है, यह बहुत उचित है।
इस लेख में तीन चित्रपट भी दिखा है। यह भी प्रशंसनीय है। इसको देखकर हमारे मन में इरविन के संबंध में एक अच्छा रूप धारण हुआ है।
इस लेख में कुछ कुछ गुटियाँ भी हम देख सकते हैं। विशेषतः वर्तनी की अशुद्धियाँ हैं। इन अशुद्धियों को दूर करने से यह अच्छा बन जायेगा। इसप्रकार चित्रपट एक साथ दिखाने के बजाय एक एक करके दिखाने से अधिक फलदायक हो सकता।
कम शब्दों में हम कह सकते हैं कि यह लेख बहुत सुन्दर पड गया है। इसप्रकार के एक लेख तैयार करने केलिए उसने जो प्रयास किया है, वह स्वागत करने योग्य है। भविष्य में इसप्रकार के कष्ट सहकर लेख लिखने में वह समर्थ हो जावे। इसकी प्रतीक्षा में - हम। Elsa Antony Thachil (वार्ता) 04:14, 10 फ़रवरी 2016 (UTC)