Inayahsuheb
नाम इनायाह सुहेब
जन्मनाम इनायाह सुहेब
लिंग महिला
जन्म तिथि २५-०७ -२००१
जन्म स्थान बेंगलूरू
देश  भारत
नागरिकता भारतीय
शिक्षा तथा पेशा
विश्वविद्यालय क्राइस्ट डीम्ड तू बी यूनिवर्सिटी


मेरा नाम इनायाह सुहेब है। मैं अठारह साल की हूँ और क्राइस्ट डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी में 1st इयर डिग्री पढ़ रही हूँ। मेरा जन्म सन २००१ , २५ जुलाई में हुआ था। मै बेंगलुरु शहर में पली बड़ी हूँ। मैं एक संयुक्त परिवार में रहती हूँ और अपने परिवार से काफी करीब हूँ। मेरा मानना है कि इस व्यस्त और छोटे जीवन मैं , हमें अपने आप को खुश रखना चाहिए और अपने आप को ऐसे लोग की संगती में रखना चाहिए जो हमें प्यार और सम्मान देते हैं।

पढाई और विश्वविद्यालय के काम के बीच मैं मुझे थोड़ी फुरसत भी मिलती है। विश्वविद्यालय में ही काफी प्रोग्राम चलते रहते हैं जो सारे छात्राओं को नाच,गान,नाटक, आदि मैं हिस्सा लेने का अवसर मिलती हैं। ऐसे प्रोग्राम में हिस्सा लेने के आलावा मुझे कई और चीज़े करना अच्छा लगता है। मैं उपन्यास शौक से पढ़ती हूँ। मुझे तैरना भी बहुत पसंद है। कभी-कभी मैं चित्र भी बनती हूँ क्योंकि वो मुझे शांतिदायक लगता है। दोस्तों के साथ मिलना-झूलना भी अच्छा लगता है। कई दिलचस्प फिल्म और टी वी धारावाहिक भी देखती हूँ जिससे मुझे ज़िन्दगी के बारे में काफी जानकारी मिलती है


मैंने दसवीं कक्षा तक सोफ़िया हाई स्कूल मैं शिक्षा प्राप्त किया। सोफ़िय हाई स्कूल एक 'आल गर्ल्स ' कान्वेंट विद्यालय है । तेरह साल मैं मैंने काफी कुछ सीखा। मेरे विद्यालय ने पढ़ाई के आलावा मुझे ज़िन्दगी के मूल्यों के बारे में सिखाया और मुझे भविष्य के सपने दिखाये। स्कूल में मैंने तय कर लिया की मुझे विज्ञान बहुत पसंद है और मैं वही भविष्य में पढ़ना चाहती थी।

मैंने अपनी पी यू सी शिक्षा क्राइस्ट जूनियर कॉलेज मैं प्राप्त किया। इस कॉलेज में पढाई के साथ साथ अतिरिक्त पाठयक्रम गतिविधियों को महत्त्व देता है। वहाँ पढ़कर मुझे यह एहसास हुआ की ज़िन्दगी में अच्छा करने के लिए, काफी मेहनत करना चाहिए। बोर्ड एग्जाम के लिए यह कॉलेज के अद्यापकों ने हमें बहुत प्रोत्साहित भी दिया जिसकी वजह से हम अच्छे अंक ला पाए। पीयूसी के बाद मुझे क्राइस्ट डीम्ड तो बे यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिला और मैं बीएससी की धारा अपनाई। क्राइस्ट डीम्ड तो बे यूनिवर्सिटी में कई सारे अवसर मिलते हैं जहाँ छात्राएँ अपनी प्रतिभाओं को दिखा सकते हैं। पढाई और भविष्य पर काफी ज़ोर लगाया जाता है। यह विश्वविद्यालय हमें असली दुनिया के लिए तैयार करता है।


भविष्य की योजना

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भविष्य के बारे में मैंने काफी सोचा है, लेकिन पूरी तरह से जानती नहीं कि मैं क्या करना चाहती हूँ। मेरा योजना है कि मैं अपनी देश के लिए कुछ योगदान करना चाहती हूँ जिससे लोगों की ज़िन्दगी सुधर जाए। फिलहाल मैं अच्छी तरह से पढाई करके सफल बनना चाहती हूँ।