Joeldavid102000
मेरी तस्वीर | |
नाम | जोयल टैटस डेविड |
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जन्म तिथि | 10-05-2000 |
जन्म स्थान | केरल |
देश | भारत |
नागरिकता | भारतीय |
शिक्षा तथा पेशा | |
शिक्षा | बीएस्सी |
महाविद्यालय | क्राइस्ट यूनिवर्सिटी |
विश्वविद्यालय | क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु |
उच्च माध्यामिक विद्यालय | सेंट तोमस सेट्र्ंल स्कूल, क्क़् |
सम्पर्क विवरण | |
ईमेल | joel.david@science.christuniversity.in |
फेसबुक | fb.com/ |
परिचय
संपादित करेंमेरा नाम है जोयाल टैटस डेविड। मैं सन्न २००० में, १० मई को, केरल के पात्तनमतिट्टा ज़िला मे पैदा हुआ था। मेरे पिता का नाम रव डेविड वर्गीस टैटस है और मेरे माँ का नााम एलिज़बेत डेविड है। मेरे पिता चर्च में पाद्री अत्वा प्रीस्ट नौकरी करते हैं। मेरे पिता के देनिक जीवान में उनहे, उनके नौक्री के वजह से अलग-अलग जगहो पर उनका स्थानातंर हता है और उनहे अपने पारिवार को साथ ले जाना आवश्यक होता ह। इसी वजह से मुझे भी कई बार अपने माता-पिता के साथ उनके सेवा कार्य जगह पर जाना पडता है। यहि कारण कि मेरि पढ़ाई और उस्से जुडे सारे प्रक्रियाये विभिन्न जगहो पर केद्रिंत थी। मेरा एक छोठा भाई भी हे जिस्का नाम एडविन मैथ्यू डेविड है। मेरा परिवार फिलाल मेरे पिता के कार्यस्थल, बड़ोदरा में टेहरी है।
शिक्षा
संपादित करेंमैने अपने बाल विहार कि शिक्षा अस्साम में, गुवाहाटी के सेटं एजेंल्स प्रैमरि स्कूल से किया है। पिताजी के जोधपुर, राजस्थान में स्थानातंर होने के कारण मेरी आगे कि २ कक्षा तक की पढ़ाई, उधर के सेटं ऐन्स प्रेप स्कूल में से किया। मेरे ३ और ४ कक्षा कि शिक्षा केरल के केलिकट, में स्तिथ रेयमण्ड्स मेम्मोरियल स्कूल से किया, जिसके बाद मेरि माध्यमिक पाठशाला और उच्च विध्यालय की शिक्षा केरल में हि, तिरुवनतंपुरम के सेटं तोमस सेट्रंल स्कूल में से हुई। आगे कि मेरि ११ और १२ कक्षाअो कि शिक्षा पुणे, महाराष्ट्रा के केद्रींय विदयालय नः २, देहु रोड से पूरा किया। मेरे कॅालेज कि पढ़ाई बी.एस्सी बैयोटेक्नॉलजि, ब्ंगलौर, कर्नाटका के क्रैस्ट युणिवर्सिटि में हो रहि ह।
रुचिया
संपादित करेंबचपन से हि मुझे चित्रकारी और कला का बडा शौकीन रहा हु और उस्से जुडे मुझे अनेक पुरस्कार मिले है। इन्के अलावा मेरा उद्धरण लिखने और डायरी लिखने में शौक राखता हुँ। सगींत और गानो मैं मेरा बोहत तल्पर्य रहा है, जिस्के प्रति मुझे अनेक सम्मान भी मिले है। इन सब के अलावा मुझे डाक टिकट सग्रंह और अलग-अलग देशो के सिक्के इखटा कन्रे का शौक है। मैं अपने प्रतिभा के अलावा अपने व्यक्तिगत और पारस्परिक कौशल्ता में भी माहिर हुँ। यहि कारण है कि जब भी इन अलग जगहो पर जाता हुँ तो, मुझे दोस्त बनाने में या विभिन्न प्रकार के लोगों के सााथ मिल-जुलने में ज़्यादा तकलीफ या मुश्किल नहि होति। मैं पूणे में १२वि कक्षा में पढ़ते समय, स्कूल कप्तान भी रहा हूँ।
लक्ष्य
संपादित करेंयह हमेशा से मेरी चाहत रही है कि मैं दूसरो के लिये कुच करु और अपने ज़िन्दगी का एक हिस्सा समूह और समाज के उन लोगो के सेवा में बितऊ। इस प्रकार मुझे एक संत्रुप्ति मिलेगी कि मैं अपने जीवन में कच मत्लब का कर पया और इसी सेवा में मैं अपने जीने का मत्लब पाता हूँ। इसी ल्क्ष्य के प्रती मेने कई एनजीओ और सामूहिक सन्ंस्ताओ के साथ साझेदारी भी की है।
पर मेरे जिंदगी में यही चाहत है कि मैं अपने बीएस्सी की शिक्षा पूरी करके आगे एमबीए कि पढ़ाई पूरी करके अपना व्यवसाय शुरु करना चाहता हूँ।
निष्कर्ष
संपादित करेंमेरे इस बदल्ते हुए परिस्तिथियोँ के कारण, मुझे अनेक खुशियान और अनुभव भी मिला है, उसी वक्त बहुत तकलीफो और मुश्किलो से गुज़र्ना भी पड़ा है। मेरे इस जीवन में मैने बहुत सारे लोगों को देखा है और उन सबके साथ एक व्यकतिगत रिश्ता और दोसति बनाने हमेशा सफल रहा हुँ। बस्स दुःख इस बात कि है की पिताजी के स्थानातंर के कारण मुझे उन सब लोगों को छोडना पडता है।