Kantesh parmar
Kantesh parmar 7 अप्रैल 2015 से सदस्य हैं
एशिया में सामाजिक व्यवस्था
संपादित करेंहमारे मानव समाज में कई प्रकार की चुनोतियो का सामना करना पड़ता है परन्तु हम सब मानव एक हो कर हमारे मानव समाज के विकास और उन्नति के लिए आपनी प्रकृति को दिन रात नुकसान पहुच रहे है, मानव समाज के विकास और आपने सभी कार्यो को आसन बनाने के लिए हम प्रकृति को जो नुकसान पहुचा रहे है वो हमारे कार्यो को आसन नही और ज्यादा जटिल बना रहा है , इसी प्रकृति से हम ग्लोबल वॉर्मिंग जेसे खतरों को जन्म दे रहे है और हमारे विकास के दोरान उत्सर्जित गैसे ग्लोबल वॉर्मिंग जैसी समस्या को जन्म दे रही है यह हमारे महादीप ही नही पूरी प्रकृति के लिए नुकसान है क्या यही है हमारा मानव समाज .