सदस्य:Kinjalpasari/राय जसदेव
जम्मू राज्य के राजा।
राय जसदेव का पूरा नाम है जसदेव सींग राय। जसदेव राय यूके आधारित-"सिख मानव अधिकार समूह"(सिख हुमन राईट्स ग्रुप) के सदस्य है। सन १९८४ में जसदेव राय सिख मानव अधिकार समूह को ढूंढे थे। महासचिव ब्रिटिश सिख कलाकार फोरम और वल्डविव्ज की प्रकृति परियोजना के अध्यक्ष थे। संप्रभु राष्ट्र,एरिजोना के अमेरिकी विश्वविद्यालय में मानव अधिकारों पर जोर डाला था। बड़े पैमाने पर पर्यावरण,संस्कृति,राजनीति और मानव अधिकारों पर लिखा। इसका मुख्य उध्धेश्य था की भारतीय पंजाब में मानव अधिकार का आचरण करने। इन सालो में इन्होने कुछ शरण मामले सीधे नही किये है। सिख मानव अधिकार समूह ने कई अंतराष्ट्रिय अनुबंध लिये है ताकी वो लोग मानव अधिकार अनुसंधान आचरण कर सके। राय के अनुसार यह सिख मानव अधिकार समूह को पैसे कभी-कभी कोई महान व्यक्तियो से आते थे और कभी-कभी गुरुद्वार से। राय के अनुसार सन १९९७ में सिख मानव अधिकार समूह ने ९ हत्या के मामले,और पंजाब में यातना के मामले लाग ईन किये है। इसके अलावा,संदिग्धों की बड़ी संख्या के राउंड अप अभी भी ८ जुलाई १९९७ बम विस्फोट भठिण्डा,जैसे कुछ घटनाओं के बाद पंजाब हो:२०० लोग के उपर गोल थे।और ३०,१५ दिनों के लिए आयोजित की गयि और थे १५ अत्याचार,राय प्रदाड़ना और हिरासत में किसी न किसी उपचार के उपयोग अनुसार एक का बहुत ही बुरी तरिके से अत्याचार किया गया। भारत भर में यह समस्या बनी हुइ हैं। लेकिन पंजाब में विशेष रूप से बुरा हैं। राय इंगित करते है की पंजाब मे जो लोग आम तौर से तन से वर्तमान शासन में राजनीतिक समझौता करते है वे लोग जोखिम में नही रहते हैं। उनाका कहना है कि जो लोग भारत के संविधान को स्वीकार करते है और सिख राष्ट्र्वाद के पक्ष मे नही बोलते है,वे लोग खतरे से बाहर है।राय यह रिपोर्ट करते है की आज भी "काली बिल्ली" मुरवाबिर की तरह उपयोग करतें है,मगर अतीत से कम हद तक क्योकी हिंसा का स्तर कम हो गया हैं। जसदेव सिंग ने पगड़ी मुधों को हल करने कें बारे मे फ्ऱांस सरकार के साथ मीटिंग्स हुई थी। यह जो श्रुंकला मीटिंग्स हुई थी उसकी पहले हाथ जनकारी जसदेव सींग ने दी थी। उनका कहना है की सिख नीत्रुत्व ने इस मुध को अलग अलग तरिको से देख और फ्ऱांस के सामने,भारत और अमेरिका द्वरा पेश किये गये विचारो ने इस मुध को और जटिल बना दिया था। रय जसदेव ने अपन खून-पसिना एक कर डाला था सिख मनव अधिकार की सुरक्षा करने में।