नमस्ते,

मेरे आदर्श :

लिसिपोस द्वारा अरस्तू की ग्रीक कांस्य प्रतिमा की रोमन प्रति (संगमरमर में) (लगभग  330 ईसा पूर्व), आधुनिक अलबास्टर आच्छादन के साथ।
   अरस्तु (Ἀριστοτέλης)
 
 


ज्ञान सदैव महान होता है, जब आप उसे साझा करते हैं।
—सुकरात