Manjusha m nair
A loving person
A loving person
नाम मंजुशा एम नायर
लिंग स्त्री
जन्म तिथि ३१ मार्च १९९७
जन्म स्थान पालक्काड
निवास स्थान केरल
देश  भारत
नागरिकता भारतीय
जातियता भारतीय
शिक्षा तथा पेशा
पेशा छात्रा
विश्वविद्यालय क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
शौक, पसंद, और आस्था
शौक नाचना, किताब पढना, गाना सुनना
धर्म हिन्दु
चलचित्र तथा प्रस्तुति ३ इडियस, पी.के आदि
पुस्तक चेतन भगत की पुस्तकें

परिचय

मेरा नाम मंजुषा नायर है । मेरा जन्म केरल के पालक्कड जिले में हुआ था । मेरा उम्र १८ साल हैं । मेरे पिताजी एम आर एफ लिमिटड में विक्रय प्रबदन्क हैं । मेरी माँ गृहिणी हैं । मुझे घरवाले प्यार से मंजु बुलाते हैं । मैं सबसे छोटी बेटी हुँ । मैं अपने घर में छोटी होने के कारण मुझे पिता जी और माता जी से बहुत लाड़-प्यार मिलता था और घर में भाई-बहन के मुकाबले मैं बहुत शारारती हुँ । मुझे एक बड़ा भाई हैं , जिसका नाम मनीष मोहन कुमार नायर हैं और वो इंजिनियरिंग कर रहे हैं । मुझे एक जुड़वा बहन हैं जिसका नाम मेघना नायर हैं और वो क्राइस्ट विश्वविदयालय मे बी कोम कर रही हैं ।

पढाई

मैनें देश की कई शहरों में पढ़ाई किया हैं ।मैं तिसरी कक्षा तक श्री सत्य साई विदया मंदिर , अमहदाबाद , गुजरात में पढ़ी़ हुँ । गुजरात में प्रसिद्ध पकवान जैसे कि धोखला और खाखरा मुझे बहुत पसंद हैं । गुजरात में नवरात्रि के दिन हमारे सोसायटी में गरबा की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता था और हर साल मैं उस प्रतियोगिता में भाग लेती थी । सात साल के बाद पिता जी का तबादला के कारण हम्हें पुणे जाना पड़ा पर मैनें गुजरात में रहकर गुजराती भाषा और उनकी संस्कृति को जाना ।

पुणे में मैंने आठवीं कक्षा तक रोसरी विदयालय में पढीं हुँ । वहाँ पर हर त्योहार चाहे वो होली हो या दिवाली हो बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता हैं । पुणे में मैंने बहुत सारे दोस्त बनाए थे जिससे मेरा अभी भी संपर्क हैं । मेरे पिता जी को बेंगलुरु में तबादला हुआ । मैंने ९ और १० कक्षा कैरली निलयम सेन्ट्रल विदयालय से किया था । अभी मैं क्राइस्ट महाविदयालय में बी कोम कर रही हुँ । मेरा ख्वाईश हैं कि मैं एम बी ए करके बैंक मैनेजर बनुँ ।

शौक

मैं बचपन से ही हर प्रतियोगिताओं में भाग लेते आ रही हुँ जैसे की नाचना , गाना , तर्क-वितर्क , निबंध लेखन आदि । इन प्रतियोगिताओं में मुझे कई बार पुरस्कार मिले हैं । मैंनें खेलखूद में भी भाग लिया हैं और मुझे उसमें भी कई पुरस्कार मिले हैं । मैं खाने की बहुत शौकिन हुँ । मुझे हर राज्यों का खाना चकना बहुत पसंद हैं । मैं जल्दि लोगों से मिल-जुलकर उन्हें दोस्त बना लेती हुँ । मुझे छोटे बच्चों के साथ खेलना बहुत पसंद हैं । मुझे काम के साथ-साथ यह आग्रह हैं की मैं एक एन जी ओ खोलुँ जिसमें मैं गरीब बच्चों को शिक्षा दें सकूँ । मुझे बहुत जल्दि गुस्सा आ जाता हैं । मुझे जिम्मेदारियों को निभाना बहुत अच्छा लगता हैं । मैं भगवान में बहुत विश्वास रखती हुँ । मेरा यह सोच हैं कि हम जिस पल में ह्म रह्ते हैं उस पल का हम्हें पूरी तरह से आनंद लेना चाहिए । हम्हें बीती बातों को याद करके उस पल को दुखदार नहीं बनाना चाहिए ।

छुट्टियां

मैं छुट्टियों में अपने परिवार के साथ कई जगहों में जा चुकी हुँ जैसे की लोनावाला , महाबलेश्वर , मैसूर , ऊठी आदि गए हैं । हाल हि में मैं अपने परिवार के साथ चेन्नई घुमने गयी थी । मैं गर्मि की छुट्टियों में केरल जाती हुँ और अपनी नानी माँ के साथ कुछ समय बिताती हुँ । वहाँ जाने के बाद मुझे मेरी नानी माँ बहुत लाड़- प्यार देती हैं । मुझे अपनी भाई-बहनों से मिलकर बहुत खुशी होती हैं ।