,,अंकित लाइन,,

,,मारो प्यारों राजस्थान,, जन्म भूमि राजस्थान,,कणं कणं रो हैं मान अठं।। आप लिखें सकते हैं तो लिखें।। सुन्न सकते हैं तो सुन्न।। पढ़ें सकते हैं तो पढ़ें।।

उत्तर देख्यो दिख्खणं देख्यो,देश दिसावर सारा देख्या, पणं हीरा तो चमके है बालू रेत में मोतीड़ा,, भलके है म्हारी जन्म भूमि मात्र भूमि देश में,

रणबंका सिरदार अठै है।मोटा साहूकार अठै है। तीखोड़ी तलवार अठै है। भालां री भणकार अठै है। साफा छुणगादार अठै है।नितरा तीज तिंवार अठै है । बाजर मोठ जंवार अठै है।मीठोड़ी मनवार अठै है। अन धन रा भंडार अठै है। दानी अर दातार अठै है। कामणगारी नार अठै है।मुंछ्यांला मोट्यार अठै पो पाटी परभात अठै है।तारां छाई रात अठै है।

अर.. तेजो तो गावे है। करसा खेत मेंहीरा तो चमके है। बालू रेत में। मोतीड़ा भलके है म्हारा देश में। झीणो जैसलमेर अठै है। बांको बीकानेर अठै है। जोधाणों जालोर अठै है। अलवर अर आमेर अठै है। सिवाणों सांचोर अठै है। जैपुर सांगानेर अठै है। रुड़ो रणथंबोर अठै है। भरतपुर नागौर अठै है। उदयापुर मेवाड़ अठै है ।मोटो गढ़ चित्तोड़ अठै है। झुंझनूं सीकर शहर अठै है। कोटा पाटणं फेर अठै है। आबू अर अजमेर अठै है ।छोटा मोटा फेर अठै है।

अर.. डूंगरपुर सुहाणों वागड़ देश में हीरा तो चमके है बालू रेत में मोतीड़ा भलके है म्हारे देश में। पाणीं री पणिहार अठै है ।तीजां तणां तिंवार अठै है। पायल री झणकार अठै है। चुडलां री खणकार अठै है रुपलड़ी गणगौर अठै है। सारस कुरजां मोर अठै है। अलगोजां री तान अठै है। घूंघट में मुसकान अठै है ।खमां घणीं रो मान अठै है। मिनखां री पहचाण अठै है ।मिनखां में भगवान अठै है। घर आया मेहमान अठै है ।मीठी बोली मान अठै है। दया धरम अर दान अठै है।

अर मनड़ा तो रंगियोड़ा मीठा हेत में हीरा तो चमके है बालू रेत में मोतीड़ा भलके है म्हारा देश में।।

गौरी पुत्र गणेश अठै है। मीरां बाई रो देश अठै है। मोटो पुष्कर धाम अठै है ।सालासर हनुमान अठै है। रूणीचे रा राम अठै है। गलता तीरथ धाम अठै है। महावीर भगवान अठै है। खाटू वाला श्याम अठै है ।चारभुजा श्रीनाथ अठै है ।मेंहदीपुर हनुमान अठै है ।दधिमती री गोठ अठै है। रणचंडी तन्नोट अठै है। करणी मां रो नांव अठै है। डिग्गीपुरी कल्याण अठै है।गोगाजी रा थान अठै है। सेवा भगती ग्यान अठै है।।

अर कितरो बखाणूं करूं मरुधर देश में हीरा तो चमके है बालू रेत में मोतीड़ा भलके है म्हारे देश में।।

जौहर रा सैनाणं अठै है। मेहनतकश इंशान अठै है। पगड़ी री पहचाणं अठै है। गीतां में भी गाल अठै है। गढ़ किला मैदान अठै है ।हरिया भरिया खेत अठै है। मुखमल जेड़ी रेत अठै है।मकराणा री खान अठै है। ऊंटां सज्या पिलाणं अठै है। चिरमी घूमर गैर अठै है। मेला च्यारूंमेर अठै है ।सीधी सादी चाल अठै है। सीमाड़े री बाड़ अठै है ।बेरयां रा शमशाणं अठै है। तिवाड़ी रो देश अठै है ।ऐड़ी धरती फेर कठै है। साचु केवूं झूठ कठै है ।समझौ तो बैंकूठ अठै है। ।।आवो नीं पधारो म्हारा देश में हीरा तो चमके है बालू रेत में।।