सदस्य:Muskaan Agrawal/प्रयोगपृष्ठ/2
भारतीय संस्कृति में खाने की आदतें
भारतीय परिवार
संपादित करेंजब भी भारतीय परिवार इकठ्ठे होते हैं, पौस्टिक व्यंजनो के साथ मसालों का स्वाद खाने को और भी लाजवाब बना देता है। अतिथि के रूप में लोगों का खुली बाहों से स्वागत किया जाता है और उनके खान-पान व रहन-सहन में कोई कमी की तो गुंजाइश ही नहीं रहती है। परिवार भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों का केंद्र है। भोजन अक्सर परिवार के सदस्यों के साथ खाया जाता है। भोजन तब परोसा जाता है जब परिवार के अधिकांश सदस्य घर होते हैं और खाना पसंद करते हैं।
भारतीय संस्कृति का खाने मे प्रभाव
संपादित करेंभारतीय संस्कृति में खाने की आदतें बड़े पैमाने पर धर्म और परंपरा पर आधारित हैं। भोजन कैसे और कब खाया जाता है, इसकी आदतें सामाजिक परम्पराओं पर आधारित होती हैं। अधिकांश परिवार सांस्कृतिक और पारिवारिक परम्पराओं के संयोजन अनुरूप अपनी विशेष आदतें बनाते हैं। अधिकांश व्यंजनों में सॉस और चावल के साथ मिश्रित मांस या सब्ज़ियां होती हैं। भारतीय आबादी का बहुमत हिंदू है, इसलिए धार्मिक आवश्यकताओं के कारण गोमांस और सुअर का मांस अक्सर भारतीय व्यंजनों से बाहर रखा जाता है। भारतीय संस्कृति में तीन मुख्य भोजन हैं, इसलिए भोजन का समय पश्चिमी संस्कृतियों के समान है।
विविधता में एकता
संपादित करेंक्योंकि भारत विविधता में एकता का प्रतीक है, यहाँ विभिन्न संस्कृतियों के आधार पर विभिन्न खाद्य शैलियाँ भी पाई जाती हैं। भारतीय खाद्य पदार्थों के कुछ सांस्कृतिक मतभेदों का उल्लेख कुछ इस प्रकार है: पंजाबी खाद्य आदतें- पंजाब भारत में खाद्य प्रेमियों शहर में से एक है। गेंहू पंजाब का स्थिर भोजन है और वहाँ के लोग दूध, मक्खन, पनीर, इत्यादि जैसे डेयरी उत्पादों के प्रेमी हैं। गुजराती भोजन की आदतें- गुजरात में लोग शाकाहारी व मीठे व्यंजनों के प्रेमी है। गुजरातियों द्वारा खांडवी सबसे ज़्यादा पसंद किया जाता है। बंगाली भोजन की आदतें- समृद्ध देश में विविध मिठाई पाने जाने के बाद भी बंगाली मिठाई का अपना ही आकर्षण है। बंगाली थाली में विशेष रूप से चावल, कुछ शाकाहारी व्यंजन और गैर-शाकाहारी व्यंजन परोसा जाता है। कर्नाटक खाद्य आदतें- यह वह हिस्सा है जो उत्तरी व दक्षिण दोंनो की खाद्य आदतों से प्रभावित है। यहाँ के लोग समान अनुपात में शाकाहारी व गैर-शाकाहारी व्यंजन खाते हैं। आंध्र प्रदेश खाद्य आदतें- यहाँ के खाद्य पदार्थ गर्म और मसालेदार होते हैं। यहाँ राही, चावल और गेहूं विशेष रूप से खाया जाता है। हैदराबद खाद्य आदतें- हैदराबादी बिरयानी तो विश्व प्रशिद्ध मानी जाती है। केरल खाद्य आदते- केरल प्रकृति की भूमि है और यहाँ के मसालों का व्यापार विदेशों तक में किया जाता है। तमिलनाडु खाद्य आदतें- तमिलनाडु का इडली सांभर और डोसा पूरे देश में प्रचलित है।