Nancy sushma
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मम छायाचित्रः | |
नाम | नासि सूशमा |
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लिंग | स्त्री |
जन्म तिथि | २५ सितंबर १९९८ |
जन्म स्थान | बेगलुरु |
निवास स्थान | कर्नाटका |
देश | साँचा:Country data भारतः |
नागरिकता | भारतीयः |
जातियता | भारतीयः |
शिक्षा तथा पेशा | |
पेशा | छात्रः |
शिक्षा | बिकोम् |
महाविद्यालय | सेंट एन्न्स,बेगलुरु |
विश्वविद्यालय | क्राइस्ट वर्श्विद्यालये, बेंगलुरू |
शौक, पसंद, और आस्था | |
शौक | संगीत,नाच |
धर्म | इसाई |
राजनीती | स्वतंत्र |
चलचित्र तथा प्रस्तुति | मनोरंजनाय |
रुचियाँ | |
पदाई | |
सम्पर्क विवरण | |
ईमेल | nancysushma7@gmail.com |
फेसबुक | nancy sushma |
मेरा नाम नैन्सी सुष्मा है मेरी जन्म सन १९९८ सींतबर २५ को कर्नाटक राज्य के बेगलूरू मे हुआ । मै सिटिजन हाई स्कूल मे दस्वी कक्षा तक आपनी पढाई की । मै एस एस एल सी की परीक्षा प्रत्म अंक से उतीर्ण हुई । जिसके कारण मेरे पारीवार के सदस्य लोग बहुत खुश और आनंद हुआ और इसके कारण मूझे बहुत सारे उपकारण मिले थे । जिससे मै बहुत प्रेरित हुई और मै पि यु सी सेटं आन्नस विशविध्यलाय में आपनी पढाई की और पी यु द्रत्तीय वर्ष में ८६% से उत्तीर्ण की। मेरे पीताजी का नाम आंतोनी मुतु है और माताजी का नाम श्रीमाती सुमती है । मेरी एक छोटा बाई बी है उसका नाम हलन है वे आपनी एस एस एल सी प्रप्त कार रहा है । मेरे पीताजी ने आपनी ही एक व्यवहपार कर रहे है । और माताजी सुग्रनी है । मेरे बच्च्पन बहुत खुश और मधुर यादो से भर चुका है । मेरे स्कूल के यादो मुझे अच्छा लगता है । और मुझे स्कूल मे खुब सारे दोस्तो थे ।
मै अब क्रिस्त महाविश्वविध्यलाय मे प्रत्म वर्ष बी कामॅ प्रप्त कर रही हूँ । मुझे इस महाविश्वविध्यलाय बहुत अच्छा लागता है । यहाँ आकर मुझे खुब सारे सिखने को मिले है । मुझे इस महाविश्वविध्यलाय मे बहुत सारे अच्छे और प्रेम मित्रो मिल चुके है । यहाँ का वातावरण भी बहुत सुन्दर है । यहाँ पर मुझे पढाई के अलावा बहुत सारे चिज़ो सिखने मिले है । और अलग-अलग चिज़ो और कार्यक्रमो मे भी भागा लेने का मोखा मिल चुका है । इस महाविस्वविध्यलाय मे आकर मेरे भवष्य उज्वल होने लाग है । खेल मेरे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण गतिविधि है के रूप में यह मुझे मेरे नियमितता और अनुशासन के बारे में बहुत सी बातें सिखाया है । मेरा पसंदीदा खेल बास्केटबॉल और बेटमिट्न्ं है । इस खेल के सक्रिय भुगतान एकाग्रता होने के लिए मुझे सिखाया है । मैनें बच्च्पन मे बहुत सारे खेल--खेले है जैसे सतोलिया लगँडी- टाँग पकडम - पकडाई , काली- टोलो और कमरो मै गुडिया के ब्याह भी रचाए ,पास पडोस की सहोलियो के साथ खेल रही थी । और मुझे गाना सुने और नृत्य मे बहुत रुचि है । मुझे पुस्तके पढ्ने से मन को शन्त और आनद मिलते है॥ मुझे अलग अलग जगए गुमना अच्छा लगता है ॥ और दोस्तो के सात गप्पे मारना बहुत पसादं है ॥॥ मुझे तरह-तरह के भोजन बनाने मे अधिक रुचि है ॥
मै हमेशा गर्मि कि छुटियो मे आपने गाँव कुर्ग जाती हुँ ॥। वहाँ के वातावरण और प्रकृति मुझे बहुत पसादं है ॥ उस वातावरण को देखकर मेरे मान शातिं से भर जाता है॥ वहाँ पर मेरे नाना-नानी रहते है । मै उनको बहुत प्यार करती हुँ ॥ मुझे कुर्ग के लोग और उनके खाना , रीति रीवज़े बहुत अच्छा लगता है ॥
मेरे जीवन के कुछ उद्देश्य : हर किसी के जीवन में एक उद्देश्य
होना चाहिए। जीवन में एक उद्देश्य के बिना एक आदमी केवल प-रिस्थितियों के एक खिलौना है। वह बिना किसी उद्देश्य के अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए कभी नहीं कर सकते हैं।मेरे अनुसारण लक्श्यहीन जिवान,जिवान हि नहिं । मेरे जिवान का लकक्ष्य है कि मै भवीष्य मै एम बी ए प्रप्त करना चाहाती हूँ । और एक अच्छे कम्पनी मै काम करना चाहाती हूँ॥। मेरा याह इच्छा है कि मै इस देश और सामाज के लोगो से मिल-जुलकर एक अच्छी व्यक्ति बनने चाहाती हूँ ॥
मेरे बरे मै लिखने के लिए एक अवश्यकता देने के लिए धन्यावाद॥॥॥