फूलन देवी (अंग्रेज़ी: Phoolan Devi (१० अगस्त १९६३ - २५ जुलाई २००१) एक भारतीय डाकू थी जो बाद में नेता बनी। इनका लोकप्रिय नाम था 'बैंडिट क्वीन'। उत्तर प्रदेश के गोरहा का पुरवा गाँव के एक नीच जाति के परिवार में पैदा हुई, ११ साल के उम्र में ही उनकी शादी हो गई। उनके पति का नाम था पुत्ती लाल और वह ३० साल के थे। उनके जीवन के कई साल में उन्होंने शारीरिक शोषण, अनौपचारिक तलाक, आदि अत्याचार का सहन किय।


बाबू गुज्जर और विक्रम मल्ला के नाम के दो लोगों ने ठाकुरों के कहने पर देवी का अपहरण किय। बाबू ने जब उनकी बलात्कार करने की कोशिश की, विक्रम ने उसकी हत्या कर दी थी। इस तरह वे उस गैंग में शामिल हो गई। १९८३ में पुलिस ने उनको और उनके गैंग वालों को पकड़ लिया और १९९४ में उनको रिहा कर दिया था। उसके पश्चात वे समाजवादी पार्टी की नेता बन गई।


२००१ में २५ जुलाई को एक ठाकुरों के परिवार द्वारा उनकी हत्या की गई थी।

प्रारंभिक जीवन संपादित करें

ग्रंथसूची संपादित करें

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  1. http://drambedkarbooks.com/2011/12/21/i-phoolan-devi-the-autobiography-of-indias-bandit-queen/
  2. http://historicalheroines.wikispaces.com/Biography+of+Phoolan+Devi
  3. https://en.wikipedia.org/wiki/Phoolan_Devi#Early_life