Puja1996
Puja1996 18 जून 2015 से सदस्य हैं
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नाम | पुजा कुमारी |
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जन्मनाम | पुजा |
लिंग | स्त्री |
जन्म स्थान | बिहार |
निवास स्थान | बिहार |
देश | भारत |
नागरिकता | भारतीय |
जातियता | भारतीय |
शिक्षा तथा पेशा | |
पेशा | छात्र |
शिक्षा | बिकोम |
महाविद्यालय | सन्त फ्रान्सिस महाविद्यालय् |
विश्वविद्यालय | क्राइस्ट वर्श्विद्यालये, बेंगलुरू |
उच्च माध्यामिक विद्यालय | आर्मी पब्लिक स्कुल् |
शौक, पसंद, और आस्था | |
शौक | संगीत सुनना, खेल कुद मे भाग लेना |
धर्म | हिन्दु |
राजनीती | स्वतंत्र |
चलचित्र तथा प्रस्तुति | मनोरंजनक् |
पुस्तक | चेतन भगत |
रुचियाँ | |
संगीत | |
सम्पर्क विवरण | |
ईमेल | kumari.pooja61@yahoo.in |
फेसबुक | पुजा मिश्रा |
मेरा नाम पूजा कुमारी है । मेरा जन्म १९ सितम्बर १९९६ को बिहार मे हुआ था । मैने अपनी दसवी की शिक्षा आरमी पब्लिक विधयालय से तथा बारह्वी की शिक्षा सन्त फ्रान्सीस महाविधयालय से की है और अब आगे की पढाई क्राइस्ट विश्व विधयालय से कर रही हुं । मेरे पिताजी भारतीय सेना थे,और मेरी माताजी गऱहिणी है ।मेरे घर मे कुल छ्ह सदस्य है -मै,मेरे माता, पिता, मेरे तीन भाई है । हमारा परिवार एक सुखी सम्पन और बहुत ही सीधा-साधा है । मै अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली मानती हु कि मेरा पालन पोषण ऐसे परिवार मे हुआ है ।
मुझे अपने जीवन मे बहुत कुछ करना है और तब तक कुछ करना है जब तक कि मेरे अन्दर से कुछ पाने की चाह खत्म ना हो जाये । मुझे संगीत का बहुत सौक है, संगीत मेरी ज़िन्दगी है । लोग कह्ते है कि मै बहुत ज़िदी हु लेकीन मुझे इस बात का बिल्कुल बुरा नही लगता है क्युकि मुझे लगता है कि अगर मनुष्य को अपने जीवन मे कुछ पाना है तो उसके लिये उसे अपनी जी जान से मेह्नत करना चाहिये । मुझे हमेशा कुछ अलग करने की चाह होती है । मै हमेशा अपने देश के लिये कुछ करना चाह्ती हुं और ऐसा काम जो लोग हमेशा उस चीज की तारीफ करे नाकि उसकि निन्दा । मुझे लोगो की मदद करना बहुत अच्छा लगता है जो जरुरत मे हो । मुझे कोइ महान आदमी तो नही लेकिन एक सफल मनुष्य आदमी जरुर बनना है । मुझे खेल कुद का भी काफी सौक है । मैने बैट-मिन्ट्न मे प्रथम स्थान प्राप्त किया है । मुझे लगभग सभी खेल पसंद है । खेल-कुद मनुष्य के जीवन का एक महत्व्पुर्ण हिस्सा है क्युकि यह मनुष्य को स्व्स्थ बनाता है शायद इसीलिये मुझे खेल्-कुद से काफी लगाव है । मुझे पढाई -लिखाई से जयादा खेल-कुद पसंद है क्युकि मुझे अपना जीवन हसते खेलते बिताना है । मुझे हर दिन कुछ न कुछ अलग तथा नया करना अछा लगता है, जैसे हर दिन कुछ नया सिखना और उसे अपने ज़िन्दगी मे अपनाना तथा लोगो के साथ बाटना । मेरे लिये मेरे ज़िन्दगी हर दिन अनुभवी तथा खुसहाल है । मै एक बहुत उत्साहित इन्सान हु जो हर अच्छी या बुरी चीज का फर्क अपने हिसाब से करती हु । मुझे दुसरो पर निर्भर होना बिल्कुल नही पस्ंद है बल्कि दुसरो का मदद करना बहुत
अच्छा लगता है । मुझे दुसरो से भी प्रश्ंसा मिला है कि मै लोगो की बहुत खयाल रखती हु ।
मुझे वाद-विवाद प्रतियोगिता मे भी प्रथम पुरस्कार मिला है इस बात के लिये मै अपने हिन्दी शिक्षिका की बहुत शुकर जुजार हु जिन्होने ने मुझे इसके लिये प्रोतसाहित किया । मुझे अपने साथ-साथ अपने मा-बाप का भी इच्छा पुरा करना है जिन्हे मेरे से बहुत उमीद है । मुझे अभी भी याद है कि जब मेरे पापा कि मासिक वेतन उतना जयादा नही था और उपर से हम चार भाई-बहन थे तो मेरे पापा के लिये उतना आसान नही था हमरी सारी ख्वाईस आसानी से पुरा कर सके लेकिन उन्होने हमे कभी भी इस बात का असर नही होने दिया, उन्होने हमे जो कुछ भी दिया है ये सब सिर्फ और सिर्फ उन्की मेहनत की वजह से है । मुझे अपने लिये कभी कुछ नही किया है इसीलिये मै चाह्ती हु कि अपनी ज़िन्दगी मे कुछ ऐसा काम करु कि मै अपने मम्मी-पापा को हर वो खुशी देना चाह्ती हु जो उन्होने अपने लिये नही किया है क्युकि वे हमे हमारी मुकाम तक पहुचाना चाह्ते थे । अंत मे मै यह कह्ना चाह्ती हु कि लोग अपने जीवन मे इतने व्यसत हो गये है कि उन्हे अपनो के लिये बिल्कुल भी समय नही है,जीवन मे सब कुछ जरुरी है और हर चीज का सही व्कत होता है अगर कोइ भी काम सहि समय पर नही किया जाय तो वह व्यर्थ लगता है । मुझे अपने जीवन मे ऐसा काम करना है जिससे मुझे खुशी मिले ना कि मुझे उसे देख कर पछ्तावा हो। मै अपने जीवन को सरल तथा साधारणपुर्वक वय्तीत करना चाह्ती हु कयुकि ज़िन्दगी को जितनी आसानी से तथा प्यार जीने मे मजा है वो चिंता मे नही । मेरी ज़िन्दगी अच्छी और खुशहाल रहे ।