रमेश कुमार चौबे बिहार के ख्याति प्राप्त सामाजिक कार्यकर्ता ,सूचना अधिकार कार्यकर्ता ,ह्युमन राईट्स सिविल राईट्स कार्यकर्ता के रूप में चर्चित हैं आधिनिकता कि कसौटी कपडे पहनने ,रहने ,खाना खाने या केवल शालीनता से बात करने को नहीं कहते हैं ,बल्कि आधिनिकता तो मानवता का सभ्य स्वरूप होता है I इसमे मनुष्य के धर्म से लेकर उसके घर में रहने तक कि शालीनता निहित होती है I इस दुनिया को जो भी मनुष्य निहित स्वार्थों की खातिर एक भी कार्य को अंजाम देता है या उसकी महत्वाकांक्षाएं किसी वर्ग विशेष के लिए उसके मन में आरक्षित है तो वह आधुनिक नहीं है I दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति को अपनी अनुचित महत्वाकांक्षाओं को त्यागना होगा ,अन्यथा इस तथ्य को ठुकरा दो कि हम आधुनिक हैं I