पूर्णतया र्हिंदी भाषा में और हिन्दू धर्म को समर्पित यह वेबसाइट भारतीय संस्कृति का एक परिचायक नमूना है.वेबसाइट के दर्शक भाग में,वेब ब्राउज़र में, पूर्णतया हिंदी भाषा देखने को मिलती है. इस अर्थ में यह एक महत्वपूर्ण कार्य है. जितनी भी हिंदी भाषा की वेबसाइटें हैं उनमें कहीं न कहीं अंग्रेजी के शब्द या विज्ञापन आते हैं. इस वेबसाइट में ऐसी कोई बात देखने को नहीं मिलती. दूसरी बात इसमें नवीन तकनीक एचटीएमएल 5 का इस्तेमाल किया गया है. इसमें किसी बाहरी एप्लीकेशन या सॉफ्टवेर का इस्तेमाल भी नहीं किया गया है. जाहिर है इसे बनाने में काफी मेहनत की गयी है. इसमें योग को अपने वास्तविक रूप में समझाया गया है. अधिकतर लोग प्रायः आसन-प्राणायाम को ही योग मानते हैं. वास्तविक योग तक नहीं पहुँचते हैं. इस वेबसाइट में उसका विस्तार से वर्णन किया गया है.

अनुक्रम:- 1.पाठ्य सामग्री 2.चित्र प्रदर्शनी 3.ध्वनी संगीत 4.उपसंहार

1.पठन सामग्री- इसमें पहले गीता का ज्ञान. कृष्ण भगवान द्वारा प्रदत 18 अध्यायों में वणित योग संस्कृत व हिंदी में अलग-अलग 18 पेजों में दिया गया है. सभी 18 अध्याय पीडीएफ फाइल में भी उपलब्ध हैं. सम्पूर्ण गीता की भी पीडीएफ फाइल है. दृश्य लेखनी बड़ी सुपाठ्य लगती है.

जन-जन की आस्था का प्रतीक राम का चरित्र अर्थात रामायण सहज व सुन्दर तरह से प्रस्तुत की गयी है. बालकाण्ड को 35 भागों में बांटकर उनकी पीडीफ फाइल व एमएस वर्ड फाइल भी सभी के लिए डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है. अयोध्याकाण्ड को 34 भागों में बांटकर उनकी भी पीडीफ फाइल व एमएस वर्ड फाइल भी सभी के लिए डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है. इसी तरह अरण्यकाण्ड को 10 भागों में बांटा गया है. किष्किंधाकांड को 6 भागों में बांटा गया है. सुन्दरकाण्ड पाठ करने के लिए अलग से एक ही पेज में उपलब्ध कराया गया है. हिंदी अर्थ सहित सुन्दरकाण्ड 8 भागों में बांटा गया है. लंकाकांड का वर्णन 16 भागों में किया गया है. उत्तरकाण्ड को 11 भागों में बांटा गया है. अवधी भाषा में तुलसीदास कृत रामचरितमानस भी अलग से 24 भागों में उपलब्ध है. इसकी भी पीडीफ, एमएस फाइलें मोजूद है. महाभारत का युद्ध 18 दिन तक चला था. इसको 18 पर्वों में विभाजित करके सभी का अलग-अलग वर्णन किया गया है. इसके अलावा हिन्दू धर्म के प्रमुख व्रत, उनकी कथाएँ, आरती संग्रह, अन्य पूजन विधियाँ, देवी-देवताओं का वर्णन,प्रमुख धार्मिक स्थल, महान व्यक्तिओं, आदि अनेक विषयों पर प्रकाश डाला गया है.

2.चित्र प्रदर्शिनी- इसमें विभिन्न देवी-देवताओं के चित्र दिए गएँ हैं. इनको सबको देखा भी जा सकता है व डाउनलोड भी किया जा सकता है.मुख्य हैं- गणेशजी के चित्र,शिवजी के चित्र, माताजी के चित्र,बालाजी के, कृष्ण भगवान के, प्राकृतिक व अन्य जीव जंतुओं के चित्र शामिल हैं.

3.भजन संगीत- संगीत मात्र मनोरंजन के लिए ही नहीं होता है, अपितु ज्ञानप्रद भी होता है. दूसरी बात संगीत का योग से गहरा रिश्ता इस वेबसाइट में बताया गया है. इसे एक पूर्णतया धार्मिक व अलाभकारी कार्य बताया गया है. इसमें विभिन्न देवी-देवताओं के, चेतना भजन, आरतियाँ,व्रत कथाएँ, राजस्थानी भजन,आदि विषयों पर श्रव्य सामग्री मिलेगी.

4. उपसंहार- वास्तव में देखा जाये तो यह एक पूर्णतया परोपकार का कार्य है. वेबसाइट बनाने वालों को इसमें कोई आमदनी का जरिया नहीं लग रहा है. बाहरी विज्ञापन नहीं हैं. इसमें और अधिक सुधार की गुंजाइश भी है,इसमें नए विषय भी जोड़े जाने चाहिए. इससे अधिक से अधिक लोगों को लाभ उठाना चाहिए.