Rmanasaiyer
[[File:|250px|मानसा अय्यर]] मानसा अय्यर | |
नाम | मानसा |
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जन्मनाम |
मानसा real_name = मानसा |
लिंग | महिला |
जन्म तिथि | १८ दिसंबर १९९६ |
जन्म स्थान | केरल |
निवास स्थान | बेंगलूर् |
देश | भारत |
नागरिकता | भारतीय |
जातियता | भारतीय |
शिक्षा तथा पेशा | |
पेशा | छात्र |
महाविद्यालय | ज्योति निवास कालज |
विश्वविद्यालय | क्राइस्ट यूनिवर्सिटी |
शौक, पसंद, और आस्था | |
शौक | संगीत सुनना, किताब पढना, नृत्य, कविता रचाना |
धर्म | हिंदू |
राजनीती | स्वतंत्र |
चलचित्र तथा प्रस्तुति | मनोरंजन के लिएँ (बाजि रओ,इंग्लिश विंग्लिश,अन्य) |
पुस्तक | सुधा मूर्ती, |
रुचियाँ | |
घूमना, नये जगाहो मै जाना, खाने पीने का शौख |
मेरा नाम
मेरे बारे मै
संपादित करेंमेरा नाम मानसा अय्यर है। मेरा जन्म १८ दिसंबर १९९६ को केरल के पालक्काड जिले में हुआ था। पिता का नाम रमेश है और मता का नाम शान्ति अय्यर है। मैं पिछले १६ सालों से बेंगलुरू में रह रही हूँ। मेरी मातृ भाशा तमिल है।
शिक्षा और बचपन
संपादित करेंबेंगलुरू आने के उपरंत मैने अपनी प्राथमिक विध्या केंब्रिज पब्लिक स्कूल में दाखिल हुइ। वही से मैने दसवी की है। उसके बाद, मैने अपनी ग्यरहवि बारहवी बेंगलुरु के ज्योति निवास कालेज से की है। अभी मैं क्राइस्ट विश्वविद्यालय से बॉचलर ऑफ कॉमर्स ऑनर्स की उपाधी की पढ़ाई कर रही हू।
मेरे शौक
संपादित करेंकला मेरे लिये ज़िन्दगी जीने के लिये प्रेरणा है। इनके बिना जीवन बेस्वाद है। नृत्य और सनगीत में रुची रखती हूँ। ये दोनो ही मुझे खुशी देते है। इनसे ज़िन्दगी खुशहाल लगती है। वैसे तो मुझे इतिहास से भी काफी लगाव है। चित्रकारी में मुझे खास दिलचस्पी है। इनके इलावा इतीहास में ज्ञान रखना मुझे अच्छा लगता है। बीते हुए समय के बारे में जान कर उसे वर्तमान में मेहसूस कर जीवन का आनंद लेना एक अलग ही अनुभूती है। सफ़र करने के लिये उत्सुक हूँ। नई-नई जगहो पर जाना वहाँ के लोगो के बारे में जानना मुझे बेहद पसंद है। हर दिन कुछ नया करने की चाह मुझ में है, कुछ नया सीखने कि इच्छा रखती हूँ। मेरी यह राय है कि कोइ इन्सान उत्तम पैदा नही होता। दिन प्रती दिन कुछ नया सीख कर हमे पेहले से अच्छा बनने कि ठान लेनी चाहिये। मैं खाने का भी शोक रखती हूँ। मेरा मानना है की खाना ही जीवन है। मनुष्य को अपने अंदर की कला उत्साही को जीवित रखने की महत्त सब से प्रामुख है।
जीवन की लक्ष्य
संपादित करेंपढ़ाइ के बाद मेरी अभिलाषा है कि मैं भारत के रिज़र्व् बॉक मैं काम करु। मेरी इच्छा है कि मैं एक अच्छी इनसान बन कर अपनी माता पिता का नाम रोशन करु। की अच्छी बेटी बन कर, संसार की योग्य बेटी बनु।
मेरे विचार
संपादित करेंमैं हमेशा एक ही मार्ग पर चलने की कोशिश करती हूँ, वो है इंसानियत। दुसरो के दिलो को जीतने के लिये अच्छा होना ज़रूरी है। यह एक ताकतवर गुण है, आसानी से दुसरो के दिल जीते जा सकता है। मेरे रोज़ की मांत्रा है "सहजता में खुबसूरती है"- दिल का सौंदर्य से चेहरे की निखार बड़ जाती है। मेरे आदर्श है अब्दुल कलाम, उनके नेक विचार, सरलता, इनसानियात, ज्ञान - और कई गुण मुझको भा गयी। अमानवीय व्यवहार से मुझे बेहद गृण है। कायरता से मुझे नफरत है। सुधा मूर्ति मेरे प्रेरणास्रोत है, उनको बहुत मानती हूँ।