Sanjanabcz649
नाम संजना वडवली
जन्म तिथि १३ नवंबर १९९९
जन्म स्थान हुबली
देश  भारत
नागरिकता भारतीय
शिक्षा तथा पेशा
शिक्षा बीएससी
महाविद्यालय क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
विश्वविद्यालय क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु
उच्च माध्यामिक विद्यालय सिद्धार्था क्वेस्ट सीबीएसई स्कूल, एलुरु
सम्पर्क विवरण
ईमेल sanjana.vadavalli@science.christuniversity.in

मेरा नाम संजना है,में आंध्रप्रदेश में रहती हूँ। मेरी जन्म १३ नवंबर १९९९ को हुआ था। मैंने अपनी स्कूल की शिक्षा सिद्धार्थ क्वेस्ट सीबीएसई ,एलुरु से प्रप्थ की है। वर्तमान में क्राइस्ट यूनिवर्सिटी से बायोटेक्नोलॉजी ,रसायन विज्ञान एवं प्राणि विज्ञान में सनाथक कि डिग्री कि पढ़ाई कर रही हूँ।


मेरे परिवार में मेरे पिता जी , माँ और एक छोटा भाई है मेरे पिता जी ,लॉयर है ,मेरे माँ एउरोकिड्स इंटरनेशनल स्कूल में प्रिंसिपल है। मेरा भाई सिद्धार्थ क्वेस्ट सीबीएसई स्कूल,एलुरु कि ७ वि कक्षा का छात्र है वो बहुत शरारती तथा हसोड़ है वह अक्सर मुझे चिढ़ाते रहता है और चिढ़ाने में सफल हो जाता है। मेरा भाई जिमनास्टिक्स सीख रहा है। हाल ही में वो स्टेट लेवल गयनास्टिक में भाग लिया है।

मेरे बारे में

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में बहिर्मुखी इंसान हुम। मुझे नृत्य करना,गानागाना पसंद है ,थ्रोबाल खेलना और अपनी खाली समय में टीवी में न्यूज़ और कार्टून देखना ,एन.जी.ओ के बच्चों के साथ समय बिथाती हूँ , कोट्स लिखना ,और में खाने कि शौकीन हु इसीलिए, विभिन तरह कि व्यंजन खाने पसंद करती हु। मुझे दसवीं में ८.२ परसेंटेज आया है और १२ में ९४.३ परसेंटेज आया है। मेरे बहुत सारे दोस्त है पर जबकि रश्मि मेरी सबसे अच्छी दस्त है। में स्व केंद्रित लड़की हूँ और इस धरती पर मेरा कोई दुश्मन नहीं है।में हमेशा दूसरे लोगों से खुशी और हस्ते हुए चेहरे के साथ बात करती हूँ। में जब भी उदास या फिर बहुत खुश होती हु थो चाय पीती हु मुझे चाय बहुत पसंद है। मझे मेरे पापा के साथ समय बिताना बहुत अच्छा लगता है उनके साथ समय बिताने से समय कब पार हो जाता है पता ही नहीं चलता है।

मेरी भविष्य लक्ष्य है न्यायाधीश बन्ना है ,मुझे जज बनने कि प्रेरणा मेंरे पिता जी से मिला है ,में उनको साबित करना चाहती हूँ कि में एक दिन बहुत बड़ी जज बनके दिखावूँगी। में मेरी बीएससी के बाद लॉ लेने की सोच रही हूँ या फिर धीरे मुझे इस विज्ञान में रूचि बढ़ गयी तो में एमएससी इन फ़ूड टेक्नोलॉजी करुँगी।

मेरी दुनिया

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मुझे नाचना बहुत पसंद है ,नृत्या मेरा जूनून है। में ७ साल शास्त्रीय नृतय सीखी हु,मेरे गुरु का नाम श्री राजेश जी है वह बहुत बड़ा शास्त्रीय नृतय कलाकार है। में उन के नृतय समूह के साथ बहुत सारे मंच पर शोस किये थे, और मुझे शास्त्रीय नृतय में प्रेरणा मेरी माँ से क्यूंकि मेरी माँ भी एक बहुत अछि शास्त्रीय नृतय कलाकारिणी है, और दो बड़े कलाकारों से मिली है वह है रुक्मिणी जयकुमार और शोबना जी और मुझे एंकरिंग का भी बहुत शोक है। में बहुत बार मेरे स्कूल में और कॉलेज में एंकरिंग की थी, और में २ साल श्रीमती चलपाली सीतादेवी के पास कर्नाटिक म्यूजिक सिकी हु और उनके म्यूजिक समूह के साथ मंच पर दो शोस की थी।अगर मुझे ज़िन्दगी में कभी मौका मिला थो में फोटोग्राफी सीखना चाहती हूँ. मुझे फोटोग्राफी बहुत पसंद है ,और मेरे दोस्त और मेरे परिवार के लोग भी मुझे बहुत प्रोत्साहित करते है ।