शिहाम

मै और मेरा परिवार संपादित करें

मेरा नाम शिहाम है।मै १९ साम का हू।मे करैस्ट् कोलेज मे ब ए पड्ता हू।मेरा ज्न्म १९९६ मे कर्नाट्क मे बेन्गलोर हुआ था।मेरे घर मे ५ लोग रहैते है।मेरे पापा,मम्मी,बडॅ भय्या,छोटॅ भाई और मे रह्ता हू।मुजे फूट बाल खेल्ना बहुत पस्न्द है।मे हर दिन फूट्बाल खेल्ता हू।मे हामे शा कोलेज के बाद मेरे दोस्तो के सात मेरे घर के पास फूट्बाम खेल्ता हू।

मेरी रुचियाँ संपादित करें

मेरा मन्पसन्द खेल बस्केत बाल है , क्राइस्त टिम मे भि मुझे लिया जगया है , एक हफ्ता बाद मेरा मात्छ भि है जिस्केलिये मै रोज़ सुभे शाम अब्यस कर्ता हु । कोइ भे खेल खेल्ने से हमरि आरोग्य तन्दरोस्त रह्ता है हमे कोइ बिमरि नहि आयेगि , और हमे हमेशा गुनि रक्ता है , मुझे बहुत से पुरोस्कार बस्केत बाल , स्विमिनग और तबल टेन्निस मे मेले है जो मै बहुत मेह्नथ से , खून पसिना बहा कर कमया है , येह पुरुस्कार देख्कर मेरे माता और पिता बहुत हि कुश होगये थे क्युकि मुझे इन सब खेलो मे सब्से अच्छा खिलाडि क इनाम मिला था।

मेरा सपना और मेरा लक्ष्य संपादित करें

मेरे विषय मनोविग्यान ,समाजशास्त्र और अंगरेजी है । मै बडा होकर एक मनोविञानी बन्ना चाहती हूँ । मुझे यह पसंद है क्योकि मुझे लोगो को जानना , उनकी तकलिफ सुलझाना अच्छा लगता है । मै लोगो को खुश देख्नना चाह्ता हूँ । आज कल हर एक घर मे कई लोग अवसाद का शिकार बन रहे है । इस कारण से वे इतना घबरा जाते है कि वे अपनी जान ले लेते है । मुझे यह सब कम करने केर लिये दुनिया कि मद्द करनी है। मेरे जीवन का उद्देश्य है कि मै एक अच्छा इनसान बनु , लोगो की मद्द करु और इस संसार को कुछ दे पाऊ । संसार मे हर प्राणी अपने लक्षञ की ओर बढ रहा है । सूर्य ,चंद्र, सितारे सब अपने लक्षञ की ओर बढते है ।