मेरा नाम स्नेह है। मेर जन्म बेंगलूरु मै हुआ था। मै अपने परिवार के साथ जयनगर मे एक सम्युक्त परिवार मे रहती हु। इस सम्युक्त परिवार मे १० लोग भागी है जिनमे मेरे माँ, पापा, बडा भाई, नना, ननि, छाछा, छाछी, और दो चचेरे भई है।

    मेरि दस्वि कक्षा तक कि शिक्षा गूड शेफेर्ड पाठशाल मे हुई। अगले दो साल मैने श्रि भग्वन महवीर जैन कोलेज मे पु.यु.सि कि शिक्षा प्राप्त कि। इस्के बाद मैने बि.एस.सि कोर्स के लिय छ्रिस्त विश्वध्यालय मे प्रवेश पाई। यहा मै अब बि.चि.ज़ सम्योग पढ रहि हु। मुझे जिवविज्ञान मे बहुत ब्याज है।   
  
   मुझे संगीत, स्केच बनान, कल्पना उपन्यास पढना, खेल जैसे कि फेंक गेंद, तेरना, बडमिंटन, और अन्य खेल मे दिलचस्पी है। मैने कर्नाट्क संगीत मे अपन जुनियर परिक्षा प्रथम श्रेणी मे सफल किय है। मुझे फिल्मी संगीत कि भि बहुत शौक है। मेरे मनपसन्द गायक उदित नरयन, शन्कर महदेवन, कन्नडा के रघु दिक्षित, विजय प्रकश आदि है। मै स्केच करने के भि शिक्षा ले रहि हु। काँलेज मे, मै इन सब कि प्रतियोगिता मे भाग लेति हु। मैने अभि अभि रुबिक्स क्युब को पूरी तर हल करना सिकलिया है। उपन्यास कि बात करे तो मै ड्यन ब्रोव्न कि पुस्तकाओ कि अभिमानि हु। अन्य लेखक जैसे चेतन भगथ आदि के पुस्तकएइ भी पढती हु। टि.वि देखना मुझे पसन्द नहि पर मोबाइल कि बहुत शौक है। आज कल पंछी देखने के भि ब्याज आने लगी है।
  
   मेरि मत्रु भशा कन्नडा है। मै कन्नडा, हिन्दि, अग्रेज़ि, तेलुगु और तमिल भशाओ मे धाराप्रवाह से बात कर सकति हु। मै इन सब भशाओ कि चलनचित्र भि देकती हु। बॉलीवुड का ह्रिथिक रोशन मुझे बहुत अछा लगता है। चलनचित्र मे मुझे भयानक, उत्साहिक और कॉमेडी अछे लगते है।  मुझे अन्य भशाए सीकने कि बहुत शोक है।
   मुझे शिक्षा पुरि करने के बाद वैज्ञानिक बनने कि आशा है इसि वजह से मैने बि.एस.सि कोर्स करनेकि निर्णय किया।