खरदरा

यह सीवान के जिला मुख्यालय से 26 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित झरही और सरयू नदी के संगम पर स्थित एक बहुत ही मनोहर एवं मनोरम छवि वाला गांव है सिवान के अंदर प्रखंड के सहसरॉव पंचायत के अंतर्गत आता है यह गांव अपने सुनहरे वातावरण नदी के सुंदर किनारों तथा चारों तरफ फैली हरियाली के लिए सिवान जिले में बहुत ही प्रसिद्ध है इस गांव का इतिहास बहुत पुराना है यहां की मिट्टी बहुत उपजाऊ है यहां जो मक्का गेहूं सरसों हर-हर इत्यादि अनेक फसलें उगाई जाती हैं इस गांव में मुख्यता चार प्रकार की जातियां पाई जाती हैं राजपूत यादव ब्राम्हण और अनुसूचित जनजाति इस गांव में अमर शहीद सिपाही रवि सिंह के प्रतिमा एवं. आंदर -दरौली मुख्य पथ पर स्थित रवीश अमर शहीद सिपाही रवि कुमार की प्रवेश स्मृति द्वार एक बहुत ही मनोरम एवं अद्भुत दर्शनीय स्थल हैं इस गांव में जन्मे मिथिलेश कुमार सिंह के पुत्र रवि कुमार सिंह ने 17 जुलाई 2016 में औरंगाबाद के डुमरी नाला में माओवादियों से लड़ते हुए देश हित में हंसते हंसते हुए अपनी जान की बाजी लगा दी और अंततोगत्वा देश के लिए शहीद हो गए आज भी खरदरा कि लोग उस वीर सपूत की को याद कर उसके गुणगान करने से नहीं थकते वहीं दूसरी तरफ खरदरा गांव के बीचों बीच स्थित तालाब के किनारे मां काली की मंदिर भी अद्भुत है वहां पर भी सालो भर हमेशा पूजा-अर्चना गीत भक्ति संगीत होते रहती है ज्यादातर युवा फौज में है और यहां के लोग फौज में सेवा देना अपने लिए गर्व एवं सम्मानित महसूस करते हैं जय हिंद