विनोद कुमार जाँगीड़

विनोद कुमार जाँगीड़ S/oआशा राम जाँगीड़ एम॰डी॰ जाँगीड़ आरा उद्योग सहनाली छोटी चूरु

विनोद कुमार जाँगीड़ प्रसिद्ध कार्पेंटर और बिज़नेस मैन हैं ! 28 अप्रेल1979 सहनाली छोटी,चुरु राजस्थान में जन्मे जाँगीड़ ने लकड़ी के काम को रोज़गार के रूप में चुनकर पूरा ध्यान लकड़ी के कार्य में लगाया ! उनकी एकदम भिन्न सोच ओर शैली ने परिपाटी को तोड़ते हुए ताज़ा झोकें की तरह कारीगरो को प्रभावित किया, जिसको 'जादुई-यथार्थ' के आसपास की शैली के रूप में महसूस किया जा सकता है !1999 से लेकर आज तक नयी नयी उनचाईयो को छू रहे है भगवान हमेशा साथ रहे ओर अच्छे कार्य करने के लिए जागृत करते रहे 'जय हिन्द'

लकड़ी का काम करने वाले लोगों को बढ़ई या 'काष्ठकार' (Carpenter) कहते हैं। ये प्राचीन काल से समाज के प्रमुख अंग रहे हैं। घर की आवश्यक काष्ठ की वस्तुएँ बढ़ई द्वारा बनाई जाती हैं। इन वस्तुओं में चारपाई, तख्त, पीढ़ा, कुर्सी, मचिया, आलमारी, हल, चौकठ, बाजू, खिड़की, दरवाजे तथा घर में लगनेवाली कड़ियाँ इत्यादि!