(कालिंजर दुर्ग)

    -: एक भारतीय दुर्ग :-

कालिंजर दुर्ग, भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के बांदा जिला स्थित एक दुर्ग है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में विंध्य पर्वत पर स्थित यह दुर्ग विश्व धरोहर स्थल खजुराहों से ९७.७किमी दूर है। इसे भारत के सबसे विशाल और अपराजेय दुर्ग में गिना जाता रहा है। इस दुर्ग में अनेकों प्रकार के प्राचीन मंदिर हैं। इन अनेकों मंदिर में तीसरी से पाॅ॑चवीं सदी गुप्तकाल के हैं। यहॉऺ के शिव मंदिर के बारे में मान्यता हैं,कि सागर-मंथन से निकले कालकूट विष को पीने के बाद भगवान शिव ने यहीं तपस्या कर उसकी ज्वाला शांत की थी। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाला कातिकी मेला यहाॅऺ का प्र सिरदर्द सांस्कृतिक उत्सव है।

          कालिंजर दुर्ग (part of 
         बांदा जिला उत्तर प्रदेश,भारत

निर्देशांक। २४°५९'५९"द•८०°२९'०७"पु•/

                 २४.९९९७°द• ८०.४८५२° पु•

प्रकार दु्र्ग, गुफाएं एवं मन्दिर

         -: निर्माण जानकारी :-   

नियंत्रक। उत्तर प्रदेश सरकार जनता हेतु हाॅऺ,सार्वजनिक दशा। ध्वस्त किले के अवशेष

               इतिहास

निर्मित ९०वीं शताब्दी निर्माणकर्ता चन्देल शासक प्रयोगाधीन १८५७ सामग्री ग्रेनाइट पाषाण युद्ध/लड़ाइयाॅ॑ महमूद गज़नवी १०२३ ई•,शेर

                 शाह सूरी १५४५ई•,ब्रिटिश राज     
                 १८१२ ई• & १८५७ का का 
                 स्वाधीनता संग्राम
               गैरिसन जानकारी

पूर्व चन्देल राजवंश के राजपूत एवं

                 रीवा के सोलंकी

गैरिसन ब्रिटिश सेना, १९४७

           Airfield information
ऊॅ॑चाई।             ३७५ AMSL