मेरा नाम योगेश गेन्ड्रे है और मैं छत्तीसगढ़ से हूँ। मैंने प्राणिशास्त्र और सुक्ष्मजीवविज्ञान में स्नातक किया है और आगे की पढ़ाई अभी जारी है। उची आकांक्षाय हम सबके मन में होती है। हम सभी किसी विशेष कार्य के लिए उत्साहित रहते हैं। मेरे अंदर वो जूनून तकनिकी वस्तुएओ योग एवं आद्यात्म, विज्ञानवाद, और युद्ध कलाओं और सामाजिक सेवा से ओतप्रोत कार्यो के लिए हैं। ऐसा मुझे लगता हैं। मैं शिक्षित होकर एक आदर्श नागरिक बनते हुए एक बेहतर इंसान बनना चाहता हूँ। ताकि अपने माता पिता तथा गुरुजनों के द्वारा दिए शिक्षा को जीवन में आत्मसात कर खुद को विकसित कर सकूँ। ज्ञान होने से ज्यादा उसका इस्तेमाल जरूरी होता हैं। सामाजिक विसंगतियों के प्रति जो मेरे मन में विरोध है उसे बिना ज्ञान शिक्षा और जन समर्थन व सशक्तिकरण के सफलतापूर्वक अंजाम देना दुष्कऱ हैं। मैं कोई महात्मा तो नहीं हूँ लेकिन उन हजारों महात्माओं द्वारा दिखलाये सदमार्ग पर प्रसस्त होकर अग्रसर होना चाहता हूँ। स्वामी विवेकानंद और अभिनेता टाईगर श्रॉफ मेरे व्यवतित्व के प्रेरणा स्रोत हैं। समय के साथ सबकुछ बदलता है आज की युवा पीढ़ी को यदि प्राचीन सभ्यता के संस्करो से परिचित कराने के लिए उन्हें उस युग में ले जाने की कोई जरुरत नही हैं नये दौर में नए तरिको से मूल सूत्रों को अपनाया जा सकता हैं। मूझे मंच सम्पादन, मॉडलिंग, फोटॉग्रफी, कलाबाजी प्रदर्शित करना बहुत अच्छा लगता हैं। मूझे इंटरनेट और प्रोग्रामिंग मे विशेष दिलचसपी हैं क्योंकि इस क्षेत्र ने दुनिया बदल दी हैं और आगे भू हम इसकी सहायता से बहुत कुछ नया और अच्छा प्रयास कर सकते हैं। हर चीज के लिए इस दुनिया में अनंत सम्भावनाये हैं। सबकुछ अच्छे के लिए होता हैं। इस दुनिया में हर चीज हर इंसान के लिए पर्याप्त से ज्यादा है। प्रकृति बहुत मेहरबान हैं। बस हमे अपने आप को संयमित जागरूक और शीलवान रखने की जरुरत हैं, पुरुषार्थ करने की जरुरत हैं।

[1] Yogesh Gendre W