मेरा नाम युक्ति जितेन्द्र शेठ है।मैं बेंगलुरु भारत की रहने वाली हूँ। मैं क्रइस्ट यूनिवर्सिटी,बेंगलुरु में बीकाॅम नियमित में पहले साल के अपने पहले सेमेस्टर में हुँ। मेैैं अपनी पृष्ठभूमि, परिवार, शिक्षा और अपने ल्क्ष्यो से आपका परिचय कराना चाहती हूँ।

पृष्ठभूमि

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मैं बेंगलुरु में पैदा हुई थी। बेंगलुरु दक्षिण भरतीय राज्य कर्नाटका के दक्षिण पूर्व में स्थित है। यह मैसूर पठार के दिल में है। मेरे बचपन से में बेंगलुरु में रह रही हूँ। बेंगलुरु भारत की पांचवी सबसे बड़ी शहर है,और दुनिया का सत्ताइय्वा सबसे बड़ा शहर है,जो पंद्रह मिलियन से अधिक की आबादी है।

मेरे पिता का नाम जितेंद्र शेठ है और मेरी माता का नाम सीमा शेठ है। मेरे पिता पेशे से व्यापारी है। मेरी माँ हाथ से बना शिल्प और पार्लर सिखाती है। मेरा एक बड़ा भाई है जिसने इस वर्ष बीकाॅम अच्छे प्रतिशत के साथ पारित किया। हमारे साथ हमारी दादी भी रहती है जिन्की उम्र पचहतर साल है। मेरे माता-पिता की सबसे मह्त्त्व्पूण॔ सीख जीवन मे कभी किसीका बुरा ना करना,दया करना और हमेशा सत्य का साथ देना और सब्का सम्मान करना है।

मैंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा बेंगलूरू के सेंट मैरीस गलर्स हाई स्कूल से प्रप्त की जहाँ मैंने मेरे एसएसएलसी को अस्सी प्रतिशत से पारित किया। फिर मैंने शेषाद्रीपुरम कम्पोज़िट पीयू कालेज में वाणिज्य को चुना। मैंने तिरानवे प्रतिश्त से अपना दुसरा पीयू पास किया और फिर मैं क्राइस्ट युनिवर्सिटी मैं बीकाॅम नियमित रूप से चुना। यह विश्व्विध्यालय भारत में अग्रणी संस्थानों में से एक है।

मुझे पढ़ना,लिखना,गायन करना और बैडमिंटन खेलना पस्ंद है। मेरी रुची नई चीज़ो के विषय मे ग्यान प्राप्त करने मे है। मुझे नई भाषाआें सिखना भी पस्ंद है। में जीवन के हर पहलू के बारे मे सकारात्मक हुँ।

मेंने अपनी अंतिम वर्ष की डिग्री पुरी करने के बाद एमबीए करने का निर्णय लिया है। मेंने यह भी फैसला लिया है की मैं अपनी एमबीए की पढ़ाई क्राइस्ट युनिवर्सिटी से ही करुँगी। यह लक्ष्य केवल मेरे जीवन से जुड़ा ही नही बल्कि मेरे परिवार के हर एक सदस्य का भी सपना है।