सदस्य वार्ता:Deadpoolsachu/प्रयोगपृष्ठ

नमस्ते,

इस लेख से मैं उडुपी रजगोपलछर्य अनंतमूर्ति उपलब्धियों का ज्ञान प्राप्त किया था। वे कर्नाटक में पैदा हुआ थे। उडुपी रजगोपलछर्य अनंतमूर्ति में भाग लिया और एक लेखक के रूप में, देश के बाहर दोनों और वक्ता कई सेमिनारों में व्याख्यान को जन्म दिया है। उन्होंने कोट्टायम केरल में महात्मा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति थे। हंगरी, फ्रांस, पश्चिम जर्मनी और चीन की तरह सबसे अधिक विदेशी राष्ट्रों की अपनी यात्रा की है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण प्राप्त किया। उडुपी रजगोपलछर्य अनंतमूर्ति काम करता है कई भारतीय और यूरोपीय भाषाओं में अनुवाद किया गया है और महत्वपूर्ण साहित्यिक पुरस्कार के साथ सम्मानित किया गया है। कर्नाटक वास्तविक मूल निवासी के रूपों के लिए अपने औपनिवेशिक रूपों के द्वारा प्रस्तावित उडुपी रजगोपलछर्य अनंतमूर्ति विचार कर्नाटक सरकार द्वारा स्वीकार कर लिया गया है और कर्नाटक शहर बंगलौर सहित दस शहरों के गठन की स्वर्ण जयंती के अवसर पर नामित किया गया। उडुपी रजगोपलछर्य अनंतमूर्ति अलग अलग परिस्थितियों, समय और लोगों की परिस्थितियों की साहित्यिक कृतियों में से अधिकांश मनोवैज्ञानिक पहलुओं के साथ सौदा किया है। उनका लेखन कर्नाटक ब्राह्मण परिवारों परिवर्तन से विश्लेषण पहलुओं का सामना करना पड़ा काम कर चुनौतियों और नौकरशाहों के साथ अपने काम की राजनीति को प्रभावित करने के लिए माना जाता है। उनके उपन्यासों में से अधिकांश व्यक्तियों की प्रतिक्रिया पर कर रहे हैं कि असामान्य और कृत्रिम शर्तों रहे हैं। इस लेख से मुझे यहाँ ज्ञानं प्राप्त हुआ कि उडुपी रजगोपलछर्य अनंतमूर्ति वे कवि के साथ-साथ हमारे भारत देश के प्रति अपना योगदान अमूल्य है। उनके उपन्यास और लघु कथा फिल्म हमें बहुत कुछ सीखने को मिला है।

धन्यवद।--Gautham k shinde (वार्ता) 08:42, 16 जनवरी 2016 (UTC)उत्तर दें

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