बाबू राम पालीवाल (25 अक्टूबर 1907 - 17 नवम्बर 1978) हिन्दी और ब्रज भाषाओं के कवि और लेखक थे।'कार्यालय निर्देशिका' नामक पुस्तक के लिए भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें पुरस्कार मिला। उन्होंने भारत सरकार के गृह मंत्रालय और संचार मंत्रालय में हिंदी विशेषज्ञ के रूप में और आकाशवाणी, नई दिल्ली के 'ब्रज-भारती' कार्यक्रम के लिए योगदान दिया। उनका व्यक्तित्व बहुआयामी था और उन्हें हिंदी, ब्रज और अंग्रेजी भाषाओं का व्यापक ज्ञान था।


श्री बाबू राम पालीवाल का जन्म 25 अक्टूबर 1907 को आगरा के पास उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के कुर्री कुप्पा में हुआ था। उन्होंने हिंदी में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। उनका विवाह श्रीमती केशर कुमारी से हुआ था और उनकी दो बेटियाँ थीं - श्रीमती यम मुद्गल और डॉ. भारती पालीवाल।


लेखन की कोई भी विधा उनकी कलम से अछूती नहीं रही। उन्होंने कविताएँ, नाटक, कथाएँ, जीवनियाँ, लेख, समीक्षाएँ लिखीं और कई कार्यों का अनुवाद भी किया। समय के साथ उनकी कविता और गद्य में बदलाव आया। उनकी प्रारंभिक कविताओं का मुख्य विषय प्राकृतिक सौन्दर्य था। उनकी कविताओं के दूसरे चरण में उनकी सूक्ष्म कल्पना और छायावाद की कोमल भावनाओं का चित्रण है। उनकी बाद की कविताएँ प्रगतिवाद, विचारशीलता, दर्शन, मानवता और मानव कल्याण पर जोर देती हैं।