सदस्य वार्ता:Priya ramesh/प्रयोगपृष्ठ
कैरोलिन एलिस एलगर कैरोलिन एलिस एलगर, "लेडी एलगर" कविता और गध्य कथा के एक अंग्रेजी लेखिका थी
एलिस की जन्म और बचपन
संपादित करें|इनके बारे में ह्म नीचे विस्तार से देखेंगेकैरोलिन एलिस रॉबर्टस,जिन्हें एलिस भी कहा जाता है उनका जन्म १८४८ में गुजरात के भुज में हुआ था | एलिस मेजर जनरल सर हेनरी जी रॉबर्ट्स केसीबी और जुलिया मारिया रायक्स की सबसे छोटी बेटी थी| और अल्बर्ट हेनरी रॉबर्ट्स , फ्रेडरिक बॉयड रॉबर्ट्स और स्टेनली नेपियर रॉबर्ट्स नामक तीन बडे भाई भी थे| एलिस के पिता भारतीय विद्रोह के समय भारत में सेवा कर रहे थे|और जब वो १२ साल की थी उनके पिता का देहाँत हुआ| वह एक प्रतिष्ठित परिवार से थी| एलिस ने शौकिया भूविज्ञानी रेव डब्लु एस सायमंडस और उनके दोस्तों के साथ सेवर्न नदी के तट पर जीवाश्म शिकार करने जाती थी| एलिस जर्मन ,इतालवी,फ्रेंच और स्पेनिशस्पष्ट रूप से बोलती थी| शादि से पहले एलिस की कृतियाँ सी एलिस रॉबर्टस नाम से प्रकाशित होते थे। १८८६ में जब एलिस के तीन भाइयों ने सेना में शामिल होने के लिए चलेगये तो ,वो अपनी विधवा माँ के साथ अकेली रहती थी|
वैवाहिक जीवन
संपादित करेंइस दौरान एलिस श्री एडवर्ड एलगर नामक वायलिन शिक्षक से पियानो सीखा| एलिस माँ के निधन के बाद अगले ही साल बाद वह कुछ समय के लिए विदेश चली गई|वहाँ एलिस परिवार की विरुद्ध जाकर उससे कम सामाजिक वर्ग ,और उम्र में आठ साल कम युवा शिक्षक से सगाई की| और उनकी विवाह ८ मई १८८९ को ब्रामपटन ओरेटरी में एक छोटा केथोलिक समारोह में हुआ उनकी शादी मे एलिस की चचेरे भाई और उनकी पत्नी और एडगर के माता और पिता शामिल हुए थे| एलगर्स ने तीन सप्ताह हनीमून को वेन्टनोर में बिताने के बाद लंदन आए और एक साल तक उनके पास घर नहीं था। १४ आगस्ट १८९० में उनको कैरिस नामक बच्चा हुआ । कुछ काम नहीं होने के कारन लोगों को संगीत सीखाकर पैसे कमाने की उम्मीद से वे एक घर को किराय पर लिए। एलिस हर तरह से अपनी पति का साथ दिया।
पति के करियर में एलगर का सहयोग
संपादित करेंएलिस ने अपने पति को समाज में एक जगह दिलाने के लिए हर तरह से कोशिश किया |पति के सफलता को अपनी सफलता मानती थी| अपने पति की करियर आगे बढाने के लिए अपनी व्यक्तिगत आकांक्षाओं को छोड दिया|सीमित सफलता के साथ उन्होंने प्रभावशाली समाज का ध्यान हासिल करने का कोशिश किया ।जब उनके पति ने १९०४ में नाइटहुड प्राप्त की तो वह महिला एलगर बन गई।
एलिस एलगर की सेवा मनोभाव
संपादित करें|युद्द की शुरुआत में थोडी देर के लिए ,लेडी एलगर ने निजि सैनिकों के एक समूह को फ्रेंच सिखाया| १९२० तक उनके दोस्तों ने देखा की वह अपने सामान्य जीवनशैली को खो दिया था| और नवंबर तक घर से बाहर नहीं निकली थी| १६ मार्च को एलिस ने एलगर का दूसरी सिंफ्हनी का प्रदर्शन में भाग लिया| एलगर का कॉन्सर्ट जो लंदन में हुआ था वही एलिस की आखिरी कॉन्सर्ट था जिसमें उसने भाग लिया|
एलिस एलगर की अंतिम समय
संपादित करें७ अप्रैल को फेफडे के कैंसर से सेवर्न हाउस ४२ नेदरहॉल गार्डन हँपस्टेड में उनकी मौत हो गई | एलिस की अंतोष्टी, मरने के ३ बाद लिटिल माल्वर्न में सेंट वुलस्टन के रोमन केथोलिक चर्च में आयोजित की गई थी| कैरिस अपने पिता को संभाला तथा वहाँ एलिस के भाई ,मित्र और बहुत सारे लोग शामिल हुए थे| एलिस के पत्र और उसके रखी गई डायरी,१८९८ से १९२० के बीच , अपनी शादी के वषों के दौरान और उसके परिवार के जीवन का एक पूर्ण और बहुमूल्य रिकॉर्ड हैं|
एलिस की बेटी "कैरिस" की जीवन
संपादित करेंएलिस की म्रुत्यु के एक महीने पहले कैरिस मुरेन के छुट्टियों से घर लौट आई तो वह अपने प्रेम को रहस्य रखा था| पिता के सहमति के बाद कैरिस ने विवाह कर लिया लेकिन कैरिस की कोई संतान नहीं थी|अपनी माँ की मृत्यु के बाद कैरिस ने खुद को अपने पिता का समर्थन करने के लिए समर्पित किया| १९३४ में अपने पिता के मृत्यु के बाद कैरिस ने एलगर बर्थ प्ले नामक ट्रस्ट के संगठन में एक भूमिका निभाई और १९३९ में कैरिस के पति का निधन हो गया और १६ जुलाई १९७० को ब्रिस्टल में कैरिस की भी मृत्यु हो गयी| छोटी मालवर्न केचर्च में जहाँ कैरिस की माता पिता को दफनाया गया था वहीं पर कैरिस का अंतिम संस्कार किया गया था|
एलगर की कृतियाँ
संपादित करेंएलिस के लिखी हुई कविताएँ जिन्हें एलगर ने संगीत दिया करता था| उसमें कुछ कवितायें "द विंड ऑन डॉन "(१८८०) "अफार अमिडस्ट द सन्नी एल्स" "मै लव ड्वेल्ट इन अ नॉर्द्न ल्याँड" आदि [1]