मुड़ैना-मल्हौसी (Mudaina-Malhausi) एक अति प्राचीन गाँव है जो कि उत्तर प्रदेश राज्य के जनपद-इटावा की भरथना तहसील के अंतर्गत आता है, इस गाँव को सन १३४० ईस्वी में चौधरी पल्टू सिंह यादव के पूर्वजों द्वारा बसाया गया माना जाता है, उस समय यहाँ की जनसंख्या मात्र ४ से ५ रही होगी । गाँव का प्राचीन इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा है, पहले इस गाँव में मुसलमान शासको द्वारा चूडी एवं काँच का सामान बनाने के लिए स्थानीय सामंतो की मदद से भट्ठियाँ लगायी गयी जो कि १७ वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में बन्द हो गयी , आज भी चूडियो एवं भट्टियों के अवशेष प्राप्त किऐ जा सकते है ।

स्वतंत्रता आन्दोलन के समय यहाँ से श्री शान्तीस्वरूप यादव ने महत्वपूर्ण योगदान दिया, उन्होंने अंग्रेज़ी हुकूमत के खिलाफ साम्हों रेलवे स्टेशन को सन १९३७ में आग के हवाले कर दिया था । जिसके लिए उन्हें चार माह की जेल की सजा हुई । अब गाँव की जनसंख्या 1108 है । मुड़ैना-मल्हौसी के प्रवेश द्वार पर निम्हारन वाली माता का मंदिर व दो कुँऐ खुदवाऐ जो कि श्री धर्मजीत सिंह यादव द्वारा सन १८५५-५६ में पूर्ण किये गये चूंकि पूरे गाँव में माता दुर्गा (निम्हारन वाली ) देवी के रूप में स्थापित है । मुड़ैना-मल्हौसी के समीपवर्ती गाँवो की सूची उत्तरदिशा में 👉👉 नगला भूरे, सतनूपुर, नगला परमाई, नगला छत्तर, साम्हों, नगला विधी । पूर्व दिशा मेंं 👉👉

पैतुआ, नगला जंघी,बघईपुर,खुमानपुर,भुलईपुर दक्षिण दिशा में 👉👉 जारपुरा,नगला छोटे, सिरकौरा, धमसिया इत्यादि

मुड़ैना-मल्हौसी के निवासियों की आय के स्त्रोत- कृषि- 70%, सरकारी कर्मचारी- 29%, निजी व्यवसाय आदि-01%

आवासीय व्यवस्था- पक्के आवास शत-प्रतिशत

शिक्षा का स्तर- 98.69 प्रतिशत

स्वास्थ्य सेवाऐं- गाँव में प्राथमिक स्वास्थ्य की काेई व्यवस्था नहीं है, ग्रामीणों को भरथना, अछल्दा, इटावा व सैफई स्थिति चिकित्सालयों पर निर्भर रहना पड़ता है ।

Mudaina-Malhausi, Etawah संपादित करें

# मुड़ैना-मल्हौसी (Mudaina-Malhausi) एक अति प्राचीन गाँव है जो कि उत्तर प्रदेश राज्य के जनपद-इटावा की भरथना तहसील के अंतर्गत आता है, इस गाँव को सन १३४० ईस्वी में चौधरी पल्टू सिंह यादव के पूर्वजों द्वारा बसाया गया माना जाता है, उस समय यहाँ की जनसंख्या मात्र ४ से ५ रही होगी । गाँव का प्राचीन इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा है, पहले इस गाँव में मुसलमान शासको द्वारा चूडी एवं काँच का सामान बनाने के लिए स्थानीय सामंतो की मदद से भट्ठियाँ लगायी गयी जो कि १७ वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में बन्द हो गयी , आज भी चूडियो एवं भट्टियों के अवशेष प्राप्त किऐ जा सकते है । = संपादित करें

  • स्वतंत्रता आन्दोलन के समय यहाँ से श्री शान्तीस्वरूप यादव ने महत्वपूर्ण योगदान दिया, उन्होंने अंग्रेज़ी हुकूमत के खिलाफ साम्हों रेलवे स्टेशन को सन १९३७ में आग के हवाले कर दिया था । जिसके लिए उन्हें चार माह की जेल की सजा हुई । अब गाँव की जनसंख्या 1108 है । मुड़ैना-मल्हौसी के प्रवेश द्वार पर निम्हारन वाली माता का मंदिर व दो कुँऐ खुदवाऐ जो कि श्री धर्मजीत सिंह यादव द्वारा सन १८५५-५६ में पूर्ण किये गये चूंकि पूरे गाँव में माता दुर्गा (निम्हारन वाली ) देवी के रूप मेंगहरा स्थापित है । मुड़ैना-मल्हौसी के समीपवर्ती गाँवो की सूची उत्तरदिशा में 👉👉 नगला भूरे, सतनूपुर, नगला परमाई, नगला छत्तर, साम्हों, नगला विधी । पूर्व दिशा मेंं 👉👉
  • पैतुआ, नगला जंघी,बघईपुर,खुमानपुर,भुलईपुर
  • दक्षिण दिशा में 👉👉 जारपुरा,नगला छोटे, सिरकौरा, धमसिया इत्यादि
  • मुड़ैना-मल्हौसी के निवासियों की आय के स्त्रोत'- कृषि- 70%, सरकारी कर्मचारी- 29%, निजी व्यवसाय आदि-01%
  • आवासीय व्यवस्था- पक्के आवास शत-प्रतिशत
  • शिक्षा का स्तर- 98.69 प्रतिशत
  • स्वास्थ्य सेवाऐं- गाँव में प्राथमिक स्वास्थ्य की काेई व्यवस्था नहीं है, ग्रामीणों को भरथना, अछल्दा, इटावा व सैफई स्थिति चिकित्सालयों पर निर्भर रहना पड़ता है ।

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Jamidar 42.105.23.27 (वार्ता) 05:28, 28 जनवरी 2024 (UTC)उत्तर दें