गणित में फलनों को मूल फलन की अपेक्षा अधिक सरल फलनों द्वारा इस प्रकार निरूपित करना कि ताकि इसके गुणधर्म यह मूल फलन के जैसे ही हो, बहुत उपयोगी है। यह कार्य संन्निकटन सिद्धान्त (approximation theory) के अन्तर्गत आता है। जटिल फलनो के सरल फलनों द्वारा निरूपण के फलस्वरूप गणना में जो त्रुटियाँ आ जाती हैं उनका अध्ययन भी सन्निकटन सिद्धांत के अंतर्गत किया जाता है।

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