समाचार भारती भारत में आधारित एक संवाद समिति थी। इसे भारत के हिंदी भाषी क्षेत्रों में समाचार सेवा में एक नई स्फूर्ति लाने के लिए श्रेय दिया जाता है[1]

धर्मवीर गांधी और लाला फिरोजचंद इसके प्रारंभिक निदेशक थे।[2] १९६० के दशक में हिन्दुस्तान समाचार तथा समाचार भारती हिन्दी सहित विभिन्न भारतीय भाषाओं में खबरें उपलब्ध करवाने वाली प्रथम दो संस्थाएँ थी।[3] १९७५ में भारत में घोषित हुए आपातकाल के दौरान जनवरी-फरवरी १९७६ में भारत सरकार के प्रोत्साहन से चार संवाद समितियाँ - प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (अंग्रेज़ी), समाचार भारती और हिन्दुस्तान समाचार एकीकृत होकर "समाचार" नामक एक नई संवाद समिति बन गई। परंतु अप्रैल १९७८ में पुरानी चारों एजेन्सियों को फिर से बहाल कर दिया गया।[1][4]

  1. काशीनाथ गोविन्दराव जोगलेकर (२००३). रामशरण जोशी (संपा॰). संवाद समिति की पत्रकारिता. दिल्ली: राधाकृष्ण प्रकाशन. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788171198436.
  2. हंसराज 'रहबर' (१९९१). मेरे सात जन्म. . नयी दिल्ली: वाणी प्रकाशन. पपृ॰ १२५-१३५. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788170552284.
  3. जितेन्द्र गुप्त, प्रियदर्शन एवं अरुण प्रकाश (२००६). रामशरण जोशी (संपा॰). पत्रकारिता में अनुवाद. नई दिल्ली: राधाकृष्ण प्रकाशन. पपृ॰ १४. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788171198450.
  4. बिपन चंद्र (२००७). लोकतंत्र, आपातकाल और जयप्रकाश नारायण. नई दिल्ली: अनामिका पब्लिशर्स. पपृ॰ १८८. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788179751671.