सराल एक विशेष प्रकार का कंदमूल है जो शिवालिक पहाडियों विशेषकर शाकम्भरी क्षेत्र और उसके आसपास के क्षेत्रों मे सामान्य रूप से पाया जाता है। यह जमीन के अंदर से निकलता है और शकरकंद जैसा होता है। सराल की बेल बहुत लंबी होती है जो वृक्षों पर चढ़कर उनकों ढक देती है। इसके पत्ते ढाक के पत्तों जैसे होते हैं तीन पर्णको वाले। इनकी जडें मोटी होकर कंद के आकार की हो जाती है।

सराल फल का चित्र