सरिकोली भाषा
सरिकोली भाषा, जिसे ताशक़ूरग़ानी भाषा भी कहते हैं, एक पामीरी भाषा-परिवार की बोली है जो चीन द्वारा नियंत्रित शिनजियांग प्रान्त के ताशक़ुरग़ान क्षेत्र में बोली जाती है। यह इलाक़े ताजिकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान के वाख़ान गलियारे और पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र के पास स्थित हैं। अन्य पामीरी भाषाओं की तरह यह भी एक पूर्वी ईरानी भाषा है। इसे चीन में अक्सर 'ताजिक भाषा' कहा जाता है हालांकि यह ताजीकिस्तान व अफ़ग़ानिस्तान में बोली जाने वाली ताजिक भाषा के काफ़ी भिन्न है। यह पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान की वाख़ी भाषा में मिलती-जुलती है हालांकि इन दोनों भाषाओं के बोलने वाले आसानी से एक-दूसरे को समझ नहीं पाते।[1]
सरिकोली | ||||
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tujik ziv | ||||
बोलने का स्थान | जनवादी गणतंत्र चीन | |||
मातृभाषी वक्ता | १६,००० | |||
भाषा परिवार | ||||
लिपि | अरबी-फ़ारसी | |||
भाषा कोड | ||||
आइएसओ 639-3 | srh | |||
भाषावेधशाला | 58-ABD-eb | |||
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शब्द तुलना
संपादित करेंसरिकोली और शुग़नी भाषा दोनों अन्य पूर्वी ईरानी भाषाओं से मिलती-जुलती हैं, लेकिन दोनों में कुछ ऐसे शब्द भी हैं जो वाख़ी, पश्तो और अवस्ताई जैसी पूर्वी ईरानी भाषाओं में नहीं मिलते।
हिन्दी | तहरानी फ़ारसी | ताजिक | वाख़ी | पश्तो | शुग़नी | सरिकोली | अवस्ताई |
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एक | यैक (یک) | यक (як) | यी | यौ (يو) | यिव | इव | अएव (aēva-) |
मांस, गोश्त | गुश्त (گوشت) | गुश्त (гушт) | गुष्त | ग़्वाख़ा, ग़्वाषा (غوښه) | गूख़्त | गूख़्त | ? |
पुत्र | पिसैर (پسر) | पिसर (писар) | पुत्र | ज़ोई (زوی) | पुत्स | पूत्स | पुत्र |
आग | ऑतेश (اتش) | ओतश (оташ) | रुख़निग | ओर (اور) | जोत्स | जुत्स | आतर |
पानी | ऑब (اب) | ओब (об) | युप्क | ओबा (اوبه) | ख़त्स | ख़त्स | अइव्यो, आप |
हाथ, हस्त | दैस्त (دست) | दस्त (даѕт) | द़स्त | लास (لاس) | द़ुस्त | द़ूस्त | ज़स्त |
पाँव, पद | पॉ (پا) | पो (по) | पूद़ | प्ख़ा, प्षा (پښه) | पोद़ | पेद़ | पद |
दांत | दैन्दॉन (دندان) | दन्दोन (дандон) | द़ुन्द़ुक | ग़ाक, ग़ाष (غاښ) | द़िन्द़ुन | द़न्द़ुन | ? |
आँख, चक्षु | चैश्म (چشم) | चश्म (чашм) | त्षझ़्म | स्तरगा (سترګه) | त्सेम | स्टेम | चश्मन |
अश्व, घोड़ा | ऐस्ब (اسب) | अस्प (асп) | याश | आस (آس) | वोर्ज | वुर्ज | अस्प |
मेघ, बादल | ऐब्र (ابر) | अब्र (абр) | मुर | उर्यद्ज़ (اوريځ) | अब्रि | वर्म | माएग़ा |
गेंहू, गंदुम | गैन्दोम (گندم) | गंदुम (гандум) | ग़ूदिम | ग़नम (غنم) | झ़िन्दम | झ़न्दम | ? |
कई, ढेर सारे, भरपूर | बेस्यॉर (بسيار) | बिस्योर (бисёр}}) | तक़ी | डेर, पूरा (ډېر، پوره) | बिस्योर | पूर | पाओइरि, पारोइरीश, पोउरु |
ऊँचा | बोलैन्द (بلند) | बलन्द (баланд) | बूलन्द | ल्वड़, लुअड़ (لوړ) | बिलन्द | बूलन्द | बेरेज़ो, बेरेज़न्त |
दूर | दूर (دور) | दूर (дур) | द़िर | लरे (لرې) | द़ार | द़ार | दूर, दूरात |
अच्छा, ख़ूब | ख़ूब (خوب) | ख़ूब (хуб) | बफ़ | ख़ा, षा (ښه) | ख़ूब | चर्ज | वोहू |
छोटा, लघु, ख़ुर्द | कूचिक (کوچک)}}) | ख़ुर्द (хурд) | द्ज़ेक़लइ | लग, लझ़ (لږ) | द्ज़ुल | द्ज़ूल | ? |
कहना | गोफ़्त (گفت) | गुफ़्त (гуфт) | ख़नाक | वायल (ويل) | लुव्द | लेव्द | अओय, म्रू, संघ |
कर | कैर्द (کرد) | कर्द (кард) | त्सराक | कावल (کول) | चीद | चेइग | कर |
देख | दीद (ديد) | दीद (дид) | वींग | वीनम (وينم) | वींत | वन्द | दी |
उपरलिखित में -
- १. 'ख़' के उच्चारण पर ध्यान दें - यह 'ख' से भिन्न है और 'ख़रीद' व 'ख़र्चा' जैसे शब्दों में मिलता है
- २. 'झ़' के उच्चारण पर ध्यान दें - यह 'झ' और 'ज़' दोनों से भिन्न है और 'टेलिविझ़न' जैसे शब्दों में मिलता है
- ३. 'ग़' के उच्चारण पर ध्यान दें - यह 'ग' से भिन्न है और 'ग़रीब' व 'ग़ायब' जैसे शब्दों में मिलता है
- ४. 'क़' के उच्चारण पर ध्यान दें - यह 'क' से ज़रा भिन्न है और 'क़ीमत' जैसे शब्दों में मिलता है
- ५. जो ध्वनि बिंदु-वाले 'द़' से ऊपर दर्शाई गई है वह हिन्दी व फ़ारसी में नहीं मिलती - यह 'ध' व 'ज़' का मिश्रण है
यह भी ध्यान दें कि ईरानी भाषाएँ और हिन्दी व संस्कृत जैसी हिन्द-आर्य भाषाएँ सभी हिन्द-ईरानी भाषा-परिवार की सम्बन्धी भाषाएँ हैं, इसलिए इनमें आपस में बहुत से मिलते-जुलते सजातीय शब्द होते हैं।