सरिय्या अलक़मा बिन मुजज़्ज़िज़ मुदलजी
सरिय्या हज़रत अलक़मा बिन मुजज़्ज़िज़ मुदलजी रज़ि० का सैन्य अभियान मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के आदेश पर अक्सुम का साम्राज्य जो मध्य युग तक पूर्वोत्तर अफ्रीका और दक्षिण अरब में केंद्रित एक राज्य था और अब मुख्य रूप से अब उत्तरी इथियोपिया में स्थित है, के खिलाफ, अगस्त 630 ईस्वी, इस्लामी कैलेंडर के 9 हिजरी चौथे महीने में हुआ।
सरिय्या हज़रत अलक़मा बिन मुजज़्ज़िज़ मुदलजी रज़ि० | |||||||
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मुहम्मद की सैन्य उपलब्धियाँ का भाग | |||||||
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अभियान
संपादित करेंअर्रहीकुल मख़तूम में इस्लाम के विद्वान सफिउर्रहमान मुबारकपुरी लिखते हैं कि अलकुमा बिन मुजरज़ मुदलजी को रबीउल आख़िर सन् 09 हिजरी में इन्हें तीन सौ आदमियों की कमान दे कर जद्दा तट की ओर भेजा गया। वजह यह थी कि कुछ हब्शी जद्दा के तट के क़रीब जमा हो गये थे और वे मक्का वालों के ख़िलाफ़ डाका डालना चाहते थे। अलक़मा रज़ि० समुद्र में उतर कर एक द्वीप तक बढ़े। हब्शियों को मुसलमानों के आने का पता चला तो वे भाग खड़े हुए। [1] [2]
सराया और ग़ज़वात
संपादित करेंइस्लामी शब्दावली में अरबी शब्द ग़ज़वा [3] इस्लाम के पैग़ंबर के उन अभियानों को कहते हैं जिन मुहिम या लड़ाईयों में उन्होंने शरीक होकर नेतृत्व किया,इसका बहुवचन है गज़वात, जिन मुहिम में किसी सहाबा को ज़िम्मेदार बनाकर भेजा और स्वयं नेतृत्व करते रहे उन अभियानों को सरियाह (सरिय्या) या सिरया कहते हैं, इसका बहुवचन सराया है।[4] [5]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ फ़तहुल बारी 8/59
- ↑ सफिउर्रहमान मुबारकपुरी, पुस्तक अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी ). "सरिय्या अलक़मा बिन मुजरज़ मुदलजी (रबीउल आख़िर सन् 09 हि०)". पृ॰ 869. अभिगमन तिथि 13 दिसम्बर 2022.
- ↑ Ghazwa https://en.wiktionary.org/wiki/ghazwa
- ↑ siryah https://en.wiktionary.org/wiki/siryah#English
- ↑ ग़ज़वात और सराया की तफसील, पुस्तक: मर्दाने अरब, पृष्ट ६२] https://archive.org/details/mardane-arab-hindi-volume-no.-1/page/n32/mode/1up
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- Ar-Raheeq Al-Makhtum|Ar Raheeq Al Makhtum– The Sealed Nectar (Biography Of The Noble Prophet) -First PRIZE WINNER BOOK Ar Raheeq Al Makhtum
- अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी), पैगंबर की जीवनी (प्रतियोगिता में प्रथम पुस्तक) अर्रहीकुल मख़तूम