साँचा:आज का आलेख ११ फरवरी २०१०
(साँचा:आज का आलेख १० फरवरी २०१० से अनुप्रेषित)
बीआरआईसी यानी ब्रिक (ब्राजील, रूस, भारत और चीन) तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों की सामूहिक संस्था का नाम है। इस शब्द का पहली बार प्रयोग २००१ में गोल्डमैन शश ने किया था। ये चारों देश संयुक्त रूप से विश्व का एक-चौथाई क्षेत्र घेरते हैं और इनकी जनसंख्या विश्व की कुल आबादी का ४० प्रतिशत से अधिक है। इन देशों का सकल घरेलु उत्पाद १५.४३५ ट्रिलियन डॉलर है। गोल्डमैन शश का तर्क था कि ब्राजील, रूस, चीन और भारत की अर्थव्यवस्थाएं आर्थिक रूप से इतनी मजबूत हैं कि २०५० तक ये चारों अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक परिदृश्य पर हावी होगी, हालांकि उनका अर्थ ये नहीं था कि ये चारों राष्ट्र राजनीतिक गठजोड़ कर किसी संगठन का निर्माण करें। उनका आकलन था कि भारत और चीन उत्पादित वस्तुओं और सर्विस के सबसे बड़े प्रदाता होंगे, वहीं ब्राजील और रूस कच्चे माल के सबसे बड़े उत्पादक हैं। ब्राजील जहां लौह अयस्कों की आपूर्ति में प्रथम है तो रूस तेल एवं प्राकृतिक गैस के मामले में शीर्ष पर है। विस्तार में...