साँचा:आज का आलेख 21 अगस्त 2010
(साँचा:आज का आलेख २१ अगस्त २०१० से अनुप्रेषित)
क्लोरीन एक रासायनिक तत्व है, जिसकी परमाणु संख्या १७ तथा चिह्न Cl है। ऋणात्मक आयन क्लोराइड के रूप में यह साधारण नमक में उपस्थित होती है और प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। सर्वाधिक प्रचुरता सागरीय जल में घुले लवण में होती है। सामान्य तापमान और दाब पर तात्त्विक रूप में (Cl2 या "डाईक्लोरीन") गैस का रूप लेती है। इसका प्रयोग तरणतालों को कीटीणुरहित बनाने में किया जाता है। यह एक हैलोजन है और आवर्त सारणी में समूह १७ (पूर्व में समूह ७, ७ए या ७बी) में रखी गयी है। यह एक पीले और हरे रंग की प्राकृतिक गैस होती है और हवा से हल्की होती है, किन्तु निश्चित दाब और तापमान पर द्रव में बदल जाती है। यह पृथ्वी के साथ ही समुद्र में भी पाई जाती है। क्लोरीन पौधों और मनुष्यों के लिए आवश्यक है। इसका प्रयोग कागज और कपड़े बनाने में किया जाता है। इसमें यह ब्लीचिंग एजेंट (धुलाई करने वाले द्रव्य) के रूप में काम में लाई जाती है। वायु की उपस्थिति में यह जल के साथ क्रिया कर हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का निर्माण करती है। मूलत: गैस होने के कारण यह खाद्य श्रृंखला का भाग नहीं है। यह गैस स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है। विस्तार में...