सांस्कृतिक राष्ट्रवाद

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, राष्ट्रवाद का वह विशेष रूप है जिसमें राष्ट्र को एक साझी संस्कृति के रूप में देखा जाता है। इस राष्ट्रवाद की स्थिति प्रजातीय राष्ट्रवाद (ethnic nationalism) तथा नागरिक राष्ट्रवाद (civic nationalism) के बीच में है। इसलिए सांस्कृतिक राष्ट्रवाद मानता है कि देश की सांस्कृतिक परम्पराओं एवं समान भाषा के द्वारा राष्ट्र की पहचान होती है, न कि समान पूर्वज, प्रजाति आदि से।