साधु यादव
अनिरुद्ध प्रसाद यादव, जिन्हें साधु यादव (जन्म 5 जुलाई 1967) के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय राजनेता और गरीब जनता दल (सेक्युलर) के संस्थापक हैं। उन्होंने 2004 से 2009 तक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार के रूप में 14 वीं लोकसभा में गोपालगंज के सांसद के रूप में कार्य किया। साधु 2000 से 2004 तक गोपालगंज विधानसभा के विधायक थे।
अनिरुद्ध प्रसाद यादव साधु यादव | |
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Member of Parliament (MP) in लोकसभा
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पद बहाल 2004–2009 | |
पूर्वा धिकारी | Raghunath Jha |
उत्तरा धिकारी | Purnmasi Ram |
चुनाव-क्षेत्र | Gopalganj |
Member (MLA) of Bihar Legislative Assembly
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पद बहाल 2000–2004 | |
पूर्वा धिकारी | Ramawtar |
उत्तरा धिकारी | Reyazul Haque |
चुनाव-क्षेत्र | Gopalganj |
Member (MLC) of Bihar Legislative Council
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पद बहाल 1998–2000 | |
पद बहाल 1995–1997 | |
चुनाव-क्षेत्र | बिहार |
जन्म | 5 जुलाई 1967 Salar Kalan village, Gopalganj district, बिहार |
राजनीतिक दल | Bahujan Samaj Party |
अन्य राजनीतिक संबद्धताऐं |
*Jan Adhikar Party (Loktantrik)[1] |
जीवन संगी | Indira Yadav (वि॰ 1986) |
संबंध | Subhash Prasad Yadav (brother) राबड़ी देवी (sister) लालू प्रसाद यादव (brother-in-law) तेजस्वी यादव (nephew) तेज प्रताप यादव (nephew) मीसा भारती (niece) |
बच्चे | 5 (1 son and 4 daughters) |
साधु यादव प्रभुनाथ यादव, सुभाष प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के सगे भाई हैं। उनकी बहन राबड़ी का विवाह भारत के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से हुआ है।
आपराधिक गतिविधि
संपादित करें- साधु यादव पर 1999 के शिल्पी-गौतम हत्याकांड सहित कई अपराधों का आरोप लगाया गया है।
- लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य की शादी में मेहमानों को लाने ले जाने के लिए बंदूक की नोंक पर शोरूम से 50 ब्रांड नई कारों को उठा लिया गया। छह पंडालों को सजाने के लिए विभिन्न फर्नीचर आउटलेट्स से कथित तौर पर 100 नए सोफा सेट ले लिए। इन करतूतों का आरोप भी साधु यादव पर लगा है।[2]
- लालू यादव की बेटी रागिनी यादव के सहपाठी अभिषेक मिश्र की रांची के निकट दशम फॉल में बहुत ही संदिग्ध परिस्थितियों में डूबने से मृत्यु हो गई।[3]ऐसा माना जाता है की इस कथित दुर्घटना में भी कुछ संदेहास्पद है।[4]
- चन्द्रशेखर प्रसाद हत्याकांड में उनकी भूमिका बताई जाती है।[5][6]
विवाद
संपादित करें2003 की फिल्म गंगाजल, जो बिहार में सच्ची घटनाओं पर आधारित है और साधु यादव नामक एक राजनीतिज्ञ चरित्र की विशेषता है, यादव के समर्थकों को रिलीज होने पर सिनेमाघरों पर हमला करने का कारण बना। यादव ने स्वयं फिल्म की स्क्रीनिंग को रोकने का प्रयास किया, अदालत ने कहा कि इसने उनका अपमान किया, लेकिन निर्देशक प्रकाश झा ने दावा किया कि "साधु यादव फिल्म में सिर्फ एक पात्र हैं। फिल्म का राजनीति के पेशे से कोई लेना-देना नहीं है और न ही यह बिहार के राजनेता का कैरिकेचर है।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Lalu's brother-in-law joins Pappu Yadav party". The Hindu (अंग्रेज़ी में). PTI. 2015-09-28. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0971-751X. अभिगमन तिथि 2021-09-21.सीएस1 रखरखाव: अन्य (link)
- ↑ https://www.indiatoday.in/magazine/states/story/20020610-laloo-prasad-yadav-army-of-raiders-ensures-his-daughter-wedding-is-not-forgotten-easily-795122-2002-06-09
- ↑ https://tezsamachar.com/lalu-prasad-yadav-daughter-ragini-s-friend-died-in-dasham-waterfall/
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 अप्रैल 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 अप्रैल 2023.
- ↑ https://www.livehindustan.com/bihar/patna/story-chandrasekhar-massacre-on-31-march-1997-murder-at-crossroads-in-siwan-of-bihar-2527202.html
- ↑ https://thewirehindi.com/5021/the-killing-of-comrade-chandrashekhar-jnu/