सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय
सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय (SKMU),पूर्वी भारत में झारखंड राज्य के संथाल परगना क्षेत्र में स्थित एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है।[1] इसका मुख्यालय झारखंड की दूसरी राजधानी दुमका में है एवं इसमें दुमका सहित देवघर, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ एवं साहेबगंज साहित सम्पूर्ण उत्तरी झारखण्ड के कई महाविद्यालय एवं शिक्षण संस्थान संबद्ध हैं।[2][3] सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय (एसकेएमयू) के पूर्व कुलपति प्रो डॉ मनोरंजन प्रसाद सिन्हा को विश्वविद्यालय का लोकपाल नियुक्त किया गया है।[4]
पूर्व नाम | सिदो कान्हु विश्वविद्यालय |
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Motto in English | Ability to separate milk and water |
प्रकार | सार्वजनिक |
स्थापित | 1992 |
कुलाधिपति | झारखण्ड के राज्यपाल |
उपकुलपति | प्रो डॉ बिमल प्रसाद सिंह |
प्रो-वाइस-चांसलर | प्रो डॉ बिमल प्रसाद सिंह |
स्थान | दुमका, झारखण्ड, भारत |
परिसर | शहरी |
संबद्धताएं | |
जालस्थल | www |
इतिहास
संपादित करेंइस विश्वविद्यालय की स्थापना 10 जनवरी 1992 को बिहार विधान सभा के एक अधिनियम द्वारा सिद्धू कान्हू विश्वविद्यालय के रूप में की गई थी। इसे भागलपुर विश्वविद्यालय से अलग किया गया था जिसे अब तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है। विश्वविद्यालय का अधिकार क्षेत्र संथाल परगना के छह जिलों तक फैला हुआ है। वर्तमान में इसके अंतर्गत 21 घटक और 15 स्थायी रूप से संबद्ध कॉलेज स्थित हैं।
झारखंड राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 2000 (संशोधन) की धारा 3 (1) में किए गए संशोधन द्वारा 6 मई 2003 को विश्वविद्यालय का नाम बदलकर सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय कर दिया गया। इसका नाम सिद्धू मुर्मू और कान्हू मुर्मू के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 1855-56 में अंग्रेजों के खिलाफ संथाल विद्रोह का नेतृत्व किया था।[5] यह विश्वविद्यालय दो महान संथाल स्वतंत्रता सेनानियों, सिदो मुर्मू और कान्हू मुर्मू को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 1857 में भारत में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से बहुत पहले 1855 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के शोषण के खिलाफ संथाल विद्रोह का नेतृत्व किया था, जिसे संथाल हुल के नाम से जाना जाता है। विश्वविद्यालय उनके संदेश और मूल्यों पर चलते हुए लगभग दो दशक से इस क्षेत्र में शिक्षा का आलेख जगा रहा है।
इस विश्वविद्यालय को 6 मई 1993 को एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज द्वारा मान्यता प्राप्त और संबद्ध किया गया था। इसे मई 2006 में यूजीसी अधिनियम, 1956 की धारा 12 (बी) के तहत मान्यता प्रदान की गई थी।
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- ↑ "Sido Kanhu Murmu University, Dumka". skmu.ac.in. अभिगमन तिथि 2022-12-23.
- ↑ "Constituent Colleges of SKMU". skmu.ac.in. अभिगमन तिथि 2022-12-23.
- ↑ "सिदो-कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के पांच नए माडल कालेजों में इसी सत्र से शुरू होगा नामांकन... प्रोसेसे होगा ऑनलाइन". Dainik Jagran. अभिगमन तिथि 2022-12-23.
- ↑ "Sido Kanhu Murmu University Lokpal Manoranjan Prasad Sinha". Prabhat Khabar (अंग्रेज़ी में). 2024-02-11. अभिगमन तिथि 2024-04-01.
- ↑ "सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका की कुलपति बनी सोनाझरिया मिंज". Hindustan (hindi में). अभिगमन तिथि 2022-12-23.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
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